Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा का टोक्यो से बेहतर प्रदर्शन, फिर भी हाथ आया रजत, पीएम मोदी ने दी बधाई
पेरिस, 9 अगस्त (एजेंसियां/ट्रिन्यू)
Neeraj Chopra live: भाला फेंक में टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पेरिस में अपने प्रदर्शन को नहीं दोहरा सके। उन्हें रजत पदक पर संतोष करना पड़ा। स्वर्ण पदक पाकिस्तान की झोली में गया।
भारत की स्वर्ण पदक की सबसे बड़ी उम्मीद गत चैंपियन नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक की भालाफेंक स्पर्धा में 89.45 के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता। नीरज का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैध थ्रो रहा, जिसमें उन्होंने 89.45 मीटर फेंका।
इसके अलावा उनके पांचों प्रयास फाउल रहे। वहीं नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए दूसरा थ्रो ही 92.97 मीटर का लगाया। उन्होंने छठा और आखिरी थ्रो 91.79 मीटर का लगाया। पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स तीसरे स्थान पर रहे ।
नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक इवेंट के फाइनल में 8वें नंबर पर थ्रो करने आए, लेकिन पहले ही थ्रो में वह अपना संतुलन नहीं रख सके, जिससे कि लाइन पर उनका पांव लग गया। इसके कारण उनका पहला थ्रो फाउल हो गया है।
वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम ने अपने दूसरे प्रयास में 92.97 दूर भाला फेंककर नीरज चोपड़ा के लिए कड़ी चुनौती पेश कर दी थी। इससे पहले अरशद का भी पहला थ्रो फाउल हो गया था। पहले प्रयास में फाउल के बाद नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर दूर भाला फेंककर वापसी की।
नीरज ने तीसरे व चौथे प्रयास में भी फाउल किया। हालांकि वह 89.45 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर बने रहे। वहीं, शीर्ष पर चल रहे पाकिस्तान के अरशद नदीम ने चौथे प्रयास में 79.40 मीटर का थ्रो किया। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने चौथे प्रयास में 88.54 मीटर का थ्रो किया और वह तीसरे स्थान पर आ गए।
नीरज चोपड़ा पांचवें प्रयास में भी पाकिस्तान के नदीम से आगे नहीं निकल सके और दूसरे स्थान पर रहे। नीरज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.45 मीटर, पाकिस्तान के नदीम 92.97 मीटर व एंडरसन पीटर्स का 88.54 मीटर रहा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने नीरज की सफलता पर एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, नीरज चोपड़ा उत्कृष्टता के साक्षात उदाहरण हैं! उन्होंने बार-बार अपनी प्रतिभा दिखाई है। भारत को खुशी है कि वह एक बार फिर ओलंपिक में सफल रहे हैं। रजत पदक जीतने पर बधाई। वह आने वाले अनगिनत एथलीटों को अपने सपनों को पूरा करने और हमारे देश को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।