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अक्षम लोगों की दशा-दिशा पर शोध की जरूरत

07:40 AM Sep 24, 2023 IST
अक्षम लोगों की दशा दिशा पर शोध की जरूरत
रोहतक में शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में स्मारिका का विमोचन करते कुलपति व अन्य। -हप्र
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रोहतक, 23 सितंबर (हप्र)
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिसएबिलिटी स्टडीज तथा चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनोमिक चेंज के तत्वावधान में शनिवार को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजित की गई, जिसमें मूक-बधिर जन के प्रति सामाजिक सोच में बदलाव, शिक्षा व्यवस्था तथा समाज को समावेशी बनाने तथा शिक्षा संसाधन एवं विद्यार्थियों को अन्य आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विचार विमर्श किया गया। मूक-बधिर अधिकार कार्यकर्ता डा. शरणजीत कौर ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस है और हम प्रण लें कि सांकेतिक भाषा को जन-जन की भाषा बनाएंगे। हमारा प्रयास होना चाहिए कि कोई भी मूक-बधिर शिक्षा से वंचित न रहें। भारतीय सांकेतिक भाषा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों में शामिल करने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। इस अवसर पर भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुरकलां की वाइस चांसलर प्रो. सुदेश छिक्कारा ने कहा कि हरियाणा में शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों की दशा-दिशा पर शोध की जरूरत है ताकि उनके कल्याण के लिए नीति-कार्यक्रम लागू किए जाएं। इस अवसर मदवि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि मूक-बधिर जन की शैक्षणिक योग्यता को बढ़ाने की विशेष जरूरत है।

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ये लोग रहे मौजूद

कार्यक्रम में चौधरी रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट की निदेशक प्रो. सोनिया मलिक, सेंटर फॉर डिस्एबिलिटी स्टडीज के निदेशक प्रो. राधेश्याम, उपनिदेशक डाॅ. कपिल मल्होत्रा, सीडीएस उप निदेशिका डा. प्रतिमा, सचिव पल्लवी कुलश्रेष्ठ, डाॅ. योगेन्द्र सिंह, डीन, सोशल साइंसेज प्रो. केएस चौहान, डीन कामर्स एण्ड मैनजमेंट साइंसेज प्रो. ऋषि चौधरी, मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. सर्वदीप कोहली, प्रो. राजबीर सिंह हुड्डा, प्रो. संतोष नांदल, डा. नीरजा अहलावत, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सोनीपत से डा. दिव्य भारती, एसजीटी यूनिवर्सिटी से डा. विवेक झा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से डा. राजेश नायर, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से प्रो. अर्पणा शर्मा, राजकीय महाविद्यालय मलेरकोटला प्राचार्य प्रो. इरफान फारूकी मौजूद थे।

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