एनसीटीई शुरू करेगा आगामी सत्र से चार नये कोर्स : पंकज अरोड़ा
कुरुक्षेत्र, 28 अप्रैल (हप्र)
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन जल्द ही देशभर में योगा, फिजिकल ट्रेनिंग, पर्फोमिंग व विजुअल आर्ट तथा संस्कृत के इंटिग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) शुरू करेगा। इसका खाका तैयार हो चुका है ताकि देशभर में शिक्षण संस्थानों में छात्रों को योग्य शिक्षक मिल सकें। ये जानकारी एनसीटीई के चेयरमैन प्रो. पंकज अरोड़ा सोमवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में पत्रकार वार्ता में दी। उनके साथ कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, चौधरी बंसी लाल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी, एनसीटीई की सदस्य सचिव अभिलाषा झा मिश्रा, कुवि के लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया व कार्यक्रम के संयोजक डीके चतुर्वेदी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि देशभर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए एनसीटीई प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में शिक्षक शिक्षा से संबधित संस्थानों में दी जाने वाली सुविधाओं का मानक निरीक्षण किया जा रहा है। हरियाणा में 779 शिक्षक शिक्षा संस्थानों में से 155 शिक्षण संस्थान को नोटिस जारी किए हैं, जिन्होंने अपनी प्रगति रिपोर्ट जमा नहीं करवाई। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने का मुख्य साधन शिक्षा है। शिक्षा देने का कार्य शिक्षक करते हैं। एनसीटीई का मुख्य कार्य है अच्छे शिक्षक तैयार करना ताकि छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके और उन्हें नई शिक्षा पद्धति व भारतीय संस्कृति के मूल्यों से ओत-प्रोत शिक्षा मिल सके। इसके लिए देशभर में नये शिक्षण कोर्स आरंभ किए जा रहे हैं, जिनमें खासतौर पर चार; योग शिक्षक, फिजिकल ट्रेनिंग, आर्ट ट्रेनिंग में परफोर्मिंग और विजुअल आर्ट और संस्कृत भाषा के शिक्षक तैयार होंगे। देश में अब फर्जी संस्थान नहीं चल पाएंगे, जिसके लिए एनसीटीई 3 हजार संस्थानों को नोटिस जारी किए हैं, जिसमें से 155 हरियाणा के शिक्षण संस्थान हैं, जिन्होंने अपनी प्रगति रिपोर्ट जमा नहीं करवाई है, उनको नोटिस जारी किए गए हैं। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में 9 राज्यों के उच्च व स्कूल शिक्षा से जुड़े प्रतिनिधि, निदेशक व अन्य अधिकारी भाग ले रहे हैं और विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए दो दिनों तक मंथन होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत बेहतर शिक्षक तैयार करने का कार्य एनसीटीई कर रही है, जिसका उद्देश्य है कि ऐसे कोर्स तैयार किए जाएं, जिससे ऐसे शिक्षक तैयार हों, जो छात्रों के सर्वांगीण के साथ ऐसे छात्र तैयार करें, जो नौकरी लेने के बजाय नौकरी देने वाले बनें।