एनसीएससी ने भेजा एसपी को नोटिस, 7 दिन में मांगी एटीआर
हिसार, 26 नवंबर (हप्र)
भीम आर्मी जिला महासचिव अमित जाटव के साथ बस स्टैंड चौकी के 4 पुलिसकर्मियों द्वारा थर्ड डिग्री टॉर्चर करने के आरोप में की गई शिकायत पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने हिसार पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर एक सप्ताह हमें एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) तलब की है। भीम आर्मी जिला महासचिव अमित जाटव ने बताया कि 23 सितंबर की रात को अपने दोस्त संदीप की मां से मिलने के लिए सेवक सभा अस्पताल में गया था। इसके बाद वह दोस्त के साथ नीलम सिनेमा वाली रोड पर टहल रहा था। रात करीब 10.30 बजे बाइक पर दो पुलिसकर्मी आए और पूछताछ कर उसका आधार कार्ड मांगा तो कहा कि अभी जेब में नहीं है।
आरोप है कि जब वह फोन पर अपना आधार कार्ड देखने लगा तो पुलिस कर्मचारी ने उसको गालियां दी। जब विरोध किया तो उन्होंने मारपीट की और हाथों पर डंडे मारे और उसको जबर्दस्ती मोटरसाइकिल पर बिठाने का प्रयास किया तो मोटरसाइकिल गिर गई। इसके बाद पुलिस कर्मचारियों ने उसको ऑटो रिक्शा में जबरन बिठा लिया और 1300 रुपये छीन लिए और बस अड्डा चौकी में ले जाकर बंद कर दिया।
इसके बाद दो और पुलिस कर्मचारी आए और उसको प्लास्टिक के डंडों से बुरी तरह मारा। एक पुलिस कर्मचारी ने उससे जाति पूछी तो कहा कि वह भीम आर्मी का महासचिव है।
इसके बाद भी पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की और कहा कि इस बारे में कहीं शिकायत की तो जान से मार देंगे। इसके बाद उसको फोन दे दिया लेकिन 1300 रुपये मांगे तो कहा कि फिर से मारपीट करेंगे। अमित का कहना है कि शिकायत करने के 42 दिन बाद शहर थाना ने आरोपी पुलिसकर्मी बसाउराम, एसपीओ सुरेश सहित दो अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ धारा 115(2), 127(2), 351(2), 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया था।
अब अमित का कहना है कि शिकायत के मुताबिक इसमें धाराएं नहीं जोड़ी गई। बल्कि हल्की धाराएं लगाकर पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास किया गया।