Navratri नवरात्रि में उमड़ा भक्तों का सैलाब: माता के दरबार में आस्था का महासंगम
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 30 मार्च
Navratri चैत्र नवरात्रि के पहले दिन उत्तर भारत के प्रमुख माता मंदिरों में आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। हरियाणा, हिमाचल, पंजाब और चंडीगढ़ के प्रसिद्ध देवी स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्त सुबह से ही मंदिरों में लंबी कतारों में खड़े होकर माता रानी के दर्शन के लिए आतुर नजर आए। माता के जयकारों, भजन-कीर्तन और विशेष पूजा-अर्चना के साथ मंदिरों में भक्तिमय माहौल छा गया। चैत्र नवरात्रि का पहला दिन माता शैलपुत्री की उपासना के लिए समर्पित होता है।

माता का आगमन और विशेष महत्व
इस बार नवरात्रि में माता का आगमन हाथी पर हुआ है, जो समृद्धि, शुभ संकेत और अच्छी वर्षा का प्रतीक माना जाता है। माता के हाथी पर आगमन को बेहद शुभ माना जाता है, जिससे सभी भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आने की मान्यता है।
इस बार नवरात्रि 8 दिन की होगी, क्योंकि तृतीया तिथि का क्षय हो रहा है।
भक्त अगले दिनों में भी माता की विशेष पूजा-अर्चना कर अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।
हिमाचल प्रदेश : शक्तिपीठों में भक्ति की लहर
हिमाचल प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों में नवरात्रि की भव्य शुरुआत हुई। श्री नैना देवी, ज्वालामुखी, चिंतपूर्णी, ब्रजेश्वरी देवी (कांगड़ा) और चामुंडा देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालु माता के चरणों में शीश नवाकर परिवार की सुख-समृद्धि और मंगलकामना कर रहे हैं।
- ज्वालामुखी मंदिर में माता की अखंड ज्योत के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगीं।
- श्री नैना देवी मंदिर में श्रद्धालु मां के चरणों में नारियल और चुनरी चढ़ा रहे हैं।
- चिंतपूर्णी माता मंदिर में माता के दरबार में कीर्तन और हवन किए जा रहे हैं।
मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के विशेष प्रबंध किए हैं।
हरियाणा : मंदिरों में आस्था का उत्सव
हरियाणा के मंदिरों में भी भक्तों का तांता लगा रहा। पंचकूला स्थित श्री माता मनसा देवी मंदिर और कालका माता मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
- नारायणगढ़ के काला अंब स्थित माता बालासुंदरी देवी मंदिर में भी सुबह से ही श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर रहे हैं। यह मंदिर नवरात्रों में विशेष रूप से प्रसिद्ध है, जहां भक्त मां के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते हैं।
- अम्बाला के अंबिका माता मंदिर में भी नवरात्रि का विशेष आयोजन किया गया। मंदिर में भव्य सजावट की गई है, और भक्त माता के चरणों में शीश नवाकर परिवार के सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं।
- कैथल के कलावती माता मंदिर में भक्तों ने माता के दरबार में आकर परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
- करनाल में देवी कर्णी माता मंदिर में भजन-कीर्तन और हवन का आयोजन हुआ।
- सोनीपत के सिद्धेश्वरी माता मंदिर में माता के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी।
- झज्जर के भीमेश्वरी माता मंदिर में श्रद्धालु दूर-दूर से आकर मां के दर्शन कर रहे हैं।
- रोहतक के महामाई मंदिर में भक्तों का रेला उमड़ पड़ा।
- गोहाना के धारी देवी मंदिर में भक्तों ने माता रानी के चरणों में शीश नवाया।
- रेवाड़ी के कालिका माता मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई।
- महेंद्रगढ़ के दुर्गा माता मंदिर में भी श्रद्धालुओं की कतारें देखने को मिलीं।
- भिवानी के बाला सुंदरी माता मंदिर में नवरात्रि के अवसर पर विशेष अनुष्ठान हुए।
- फतेहाबाद के अष्टभुजा माता मंदिर में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था।
- सिरसा के शक्तिपीठ मंदिर में माता रानी के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
मंदिरों में प्रशासन द्वारा विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं और दर्शन को सुचारू रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
पंजाब : माता के दरबार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
पंजाब के होशियारपुर स्थित माता चिंतपूर्णी, पठानकोट के श्री शीतला माता मंदिर, अमृतसर के भद्रकाली मंदिर और कपूरथला के देवी तालाब मंदिर में भी नवरात्रि की धूम रही। श्रद्धालु जगह-जगह भंडारे लगा रहे हैं और देवी जागरण का आयोजन कर रहे हैं।
कई स्थानों पर विशेष भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर प्रबंधनों ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दर्शन की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
चंडीगढ़ : माता के मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
चंडीगढ़ के सेक्टर 39 स्थित काली माता मंदिर और सेक्टर 20 के चंडी माता मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं।
मंदिरों में विशेष हवन, दुर्गा सप्तशती पाठ और भजन संध्याओं का आयोजन किया गया।
श्रद्धालु माता के चरणों में प्रसाद अर्पित कर रहे हैं और भक्ति भाव से नवरात्रि मना रहे हैं।
सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था
नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती, स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था, दर्शन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।