राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक नये युग की शुरुआत: केसी शर्मा
हिसार 8 जनवरी (हप्र)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) भारतीय शिक्षा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत है। यह शिक्षा नीति छात्र-केंद्रित है। नई शिक्षा व्यवस्था शिक्षण संस्थानों की पसंद की शिक्षा व्यवस्था की बजाए विद्यार्थियों की पसंद की शिक्षा व्यवस्था स्थापित करने का आह्वान करती है। इस शिक्षा व्यवस्था के सम्पूर्ण सकारात्मक परिणाम सन् 2040 तक मिलने आरंभ होंगे। यह कहना है हरियाणा राज्य उच्चत्तर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. के.सी. शर्मा का।
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार द्वारा सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर विश्वविद्यालय के समबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों, विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के अधिष्ठाताओं, विभागाध्यक्षों, संबंधित अध्यापकों, संयोजकों व अधिकारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। हरियाणा राज्य उच्चत्तर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. के.सी. शर्मा इस कार्यशाला के मुख्यातिथि थे।
कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की। कार्यशाला में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र के कुलपति प्रो. सोम नाथ सचदेवा मुख्य वक्ता तथा कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनिल वशिष्ठ विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित उपस्थित रहे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. देवेन्द्र कुमार व डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. संजीव कुमार मंच पर उपस्थित रहे।