फाजिल्का में गन्ने का जूस बेच रहा नेशनल चैंपियन
दविंद्र पाल/निस
अबोहर, 10 जून
एथलेटिक्स में नेशनल चैंपियन रहा फाजिल्का निवासी 22 वर्षीय दीपक कुमार आज गन्ने के जूस की रेहड़ी लगा कर अपना गुजारा कर रहा है। नेशनल और राज्य स्तर पर पहला मुकाम हासिल करने वाला दीपक कुमार ने मिनी सचिवालय के बाहर गन्ने का जूस की रेहड़ी पर अपनी कामयाबी के मेडल लटका रखे हैं। जिस पर बाकायदा लिखा गया है कि जूस की रेहड़ी लगाना उसकी मजबूरी है। क्योंकि उसके पास रोजगार नहीं। मलाल इस बात का है कि जिंदगी में कामयाबी की इतनी दौड़ लगाने के बावजूद सरकार ने उसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
इस बारे में बातचीत करते हुए गांव साबूआना निवासी दीपक कुमार का कहना है कि उसे मजबूरी में जूस की रेहड़ी लगानी पड़ रही है। क्योंकि नेशनल मेडल हासिल करने के बावजूद उसे नौकरी नहीं मिल पाई है। यही वजह अब वह अपनी मेहनत मजदूरी के लिए रोजाना फाजिल्का के मिनी सचिवालय के बाहर गन्ने के जूस की रेहड़ी लगा अपना रोजगार चला रहा है। दीपक ने बताया कि मेडलों की संख्या इतनी ज्यादा है कि शायद जिंदगी के मेहनत और भागदौड़ के कई वर्षों का समय भी इसके सामने फीका है। लेकिन मायूसी इस बात की है कि जिंदगी में कामयाबी के लिए वह भोपाल, नागालैंड और पंजाब के कई जिलों में दौड़ चुका है। जिस कारण आज तक उसने नेशनल स्तर पर दूसरा और राज्य स्तर पर पहले स्थान के 16 मेडल हासिल किए हैं।
यानी 16 बार वह पहले स्थान पर रह चुका है। इतना ही नहीं पंजाब सरकार द्वारा करवाई गई खेलों में भी लुधियाना, संगरूर, पटियाला व अन्य जगहों पर वह छह बार पहला स्थान हासिल कर चुका है। मिनी सचिवालय के पटवारखाने के दफ्तर में लगते गेट के पास उसके द्वारा जूस की रेहड़ी लगाने के साथ-साथ इतने वर्षों में खेलों के दौरान हासिल किए मेडल भी अपनी रेहड़ी पर लटका दिए गए। उधर मंडल प्रधान भाजपा रमेश कटारिया ने पंजाब सरकार को पत्र लिखकर नेशनल चैंपियन रहा 22 वर्षीय दीपक कुमार को पहल के आधार पर नौकरी देने की मांग की है।