राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति मंडियों को खत्म करने का प्रयास, 4 को टोहाना में रैली : कोथ
जींद, 31 दिसंबर (हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा की को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य और भारतीय किसान मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कोथ ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति मंडियों को समाप्त करने की दिशा में केंद्र सरकार का ऐसा कदम है, जिसके जरिए चोर दरवाजे से केंद्र सरकार कृषि कानूनों को लागू करने का प्रयास कर रही है। केंद्र के इन प्रयासों को कभी भी सफल नहीं होने दिया जाएगा। कोथ ने कहा कि केंद्र सरकार किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की जिंदगी को बहुत सस्ती मानने की भूल कर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि डल्लेवाल की जान बहुत कीमती है।
सुरेश कोथ 4 जनवरी को टोहाना में हो रही संयुक्त किसान मोर्चा की रैली की तैयारियों के सिलसिले में मंगलवार को जींद में किसानों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से संपर्क अभियान पर थे। इस दौरान जींद की जाट धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में सुरेश कोथ ने कहा कि मंडियों की स्थापना दीनबंधु और किसानों के मसीहा चौधरी छोटू राम ने की थी। इस कारण मंडियों के साथ किसानों का बहुत गहरा आत्मिक जुड़ाव है। मंडी में किसान को मोल और तोल की गारंटी मिलती है। कोई निजी ट्रेडर मंडियों में आकर फसल की खरीद करता है, तो उससे किसान मोर्चा को कोई दिक्कत नहीं, लेकिन मंडियों का अस्तित्व समाप्त नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन के प्रति तानाशाही रवैया अपना रही है।