नाथपा-झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन ने 7000 मिलियन यूनिट्स ऊर्जा उत्पादन का कीर्तिमान रचा
प्रेम राज काश्यप/हप्र
रामपुर बुशहर, 28 जनवरी
नाथपा-झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन (1500 मेगावाट) ने वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित 7000 मिलियन यूनिट्स ऊर्जा उत्पादन के एमओयू लक्ष्य को दूसरी बार सबसे तेज़ गति से प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह लक्ष्य 26 जनवरी, 2025 को रात्रि 7 बजे पूरा हुआ, जो ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
इससे पहले दूसरा सबसे तेज़ लक्ष्य 28 जनवरी, 2020 को हासिल किया गया था, जबकि सबसे तेज़ 7000 मिलियन यूनिट्स उत्पादन 4 जनवरी, 2012 को हुआ था। इस बार की उपलब्धि में स्टेशन ने 116 दिनों तक 110% संयंत्र ओवरलोडिंग के साथ 1650 मेगावाट क्षमता पर उत्पादन किया।
तकनीकी दक्षता और नवाचार का नतीजा
सतलुज नदी पर स्थित नाथपा-झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन सतत ऊर्जा उत्पादन में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है। इस उपलब्धि में अत्याधुनिक तकनीकों और कुशल जल प्रबंधन का बड़ा योगदान रहा है। यह स्टेशन देश का पहला हाइड्रो पावर स्टेशन है, जहां सेंट्रल रोबोटिक हार्ड कोटिंग सुविधा स्थापित की गई है। यह तकनीक उपकरणों के रखरखाव और कोटिंग में सहायक है।
इसके अलावा, एनजेएचपीएस भारत का पहला हाइड्रोजन पायलट प्रोजेक्ट स्थापित करने वाला स्टेशन भी है, जो पर्यावरणीय दृष्टि से एक बड़ा कदम है।
परियोजना प्रमुख का संदेश
परियोजना प्रमुख मनोज कुमार ने एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सहित निदेशक मंडल, भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय, हिमाचल सरकार और स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने एसजेवीएन टीम की प्रशंसा करते हुए इसे एक बेहतरीन टीम करार दिया।
मनोज कुमार ने मीडिया को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने सकारात्मक रूप से इस उपलब्धि को जन-जन तक पहुंचाने में सहयोग दिया। उन्होंने कहा, "इस प्रकार के कीर्तिमान से हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। हमें इसी समर्पण और उत्साह के साथ भविष्य में भी नए रिकॉर्ड बनाने के लिए प्रेरित रहना है।"