कनाडा की यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाली जिले की पहली छात्रा बनी मुस्कान शर्मा
शाहाबाद मारकंडा, 30 अप्रैल (निस)
भारत से हर साल लाखों स्टूडेंट्स पढ़ाई के लिए विदेश का रुख करते हैं। हालांकि सबके लिए विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना वश की बात नहीं है। इसके पीछे की मुख्य वजह विदेश में पढ़ाई में होने वाला लाखों रुपये का खर्चा है। मगर देश के कुछ चुनींदा स्टूडेंट्स ऐसे भी हैं, जिन्हे विदेश की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटियां खुद स्कॉलरशिप देकर पढ़ाई के लिए आमंत्रित करती हैं। इनमें से एक छात्रा मुस्कान शर्मा निकटवर्ती गांव सरायसुखी शाहाबाद भी शामिल हुई है। पिछले हफ्ते मुस्कान कनाडा के लिए रवाना हुई है। उसे कनाडा के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ़ विक्टोरिया, ब्रिटिश कोलंबिया ने पीएचडी करने हेतु आमंत्रित किया है। इसके लिए हर साल यूनिवर्सिटी ऑफ़ विक्टोरिया छात्रा मुस्कान शर्मा को 18 लाख रुपए की स्कॉलरशिप भी देगी।
मुस्कान शर्मा के पिता डॉ. अशोक शर्मा शाहाबाद के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पुत्री मुस्कान शर्मा ने हमेशा अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया है और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करके पढ़ाई की है। पिता अशोक ने बताया कि मुस्कान ने अपनी शुरूआती पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, गांव हरिपुर-बड़ाम से की है, जिसके बाद उनसे कुरुक्षेत्र के दयानन्द महिला महाविद्यालय से बीएससी की शिक्षा प्राप्त की है। उसके बाद मुस्कान ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से अपनी एमएससी की पढ़ाई पिछले वर्ष ही खत्म की है और नवंबर-2023 में मुस्कान ने कनाडा की प्रसिद्ध शिक्षक संस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ़ विक्टोरिया, ब्रिटिश कोलंबिया में पीएचडी हेतु अप्लाई किया। इसके बाद उसे यूनिवर्सिटी ने स्कॉलरशिप देकर आमंत्रित किया। पिता ने बताया कि मुस्कान पिछले हफ्ते 26 अप्रैल को कनाडा के लिए रवाना हुई है और उसका कॉलेज 8 मई से शुरू होगा।
परिवार गौरवान्वित
मुस्कान शर्मा का बड़ा भाई गौरव शर्मा पहले से ही स्टडी वीजा पर आईटी कनाडा में एमएससी कर रहा है। गौरव शर्मा ने फ़ोन पर बताया कि उसे बेहद गर्व है कि उसकी छोटी बहन ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मुस्कान के दादा श्रीराम, दादी रोशनी देवी, माता संतोष शर्मा और चाचा पवन कुमार भी बच्ची मुस्कान की इस उपलब्धि पर गर्वित महसूस कर रहे हैं। वह परिवार में अन्य बच्चों को भी मुस्कान की तरह मेहनत करके गांव, प्रदेश और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।