प्रेमिका के परिवार को फंसाने के लिए की नाबालिग भतीजे की हत्या
भिवानी, 23 सितंबर (हप्र)
जिले के गांव झरवाई में जेल से बाहर आये चाचा ने अपने 13 साल के भतीजे की हत्या कर डाली। बताया जा रहा है कि उसने अपनी प्रेमिका के परिवार को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की। जांच के लिए मौके पर सीन आफ क्राइम टीम भी पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुुपुर्द कर दिया। सदर थाना पुलिस ने मृत बच्चे के पिता के बयान पर मृतक के दो चाचा व दादी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
गांव झरवाई निवासी बलवान सिंह ने बताया कि वे तीन भाई हैं। वह सबसे बड़ा है। उसके 2 लड़के हैं। इनमें बड़े का नाम विक्रम है, जिसकी उम्र करीब 13 वर्ष है और छोटा लड़का रमन जिसकी उम्र 7 वर्ष है। उसने बताया कि रात को भाई सोनू व लड़के विक्रम ने एक साथ खाना खाया था। उसके भाई सोनू से आपसी रंजिश थी। सोनू ने उसके लड़के विक्रम को अपने घर बैठक में रात को अपने साथ सुला लिया। उस समय उसकी माता (बच्चे की दादी) निम्मो देवी व भाई जयसिंह भी वहीं सो रहे थे।
भाई सोनू ने लड़के विक्रम की रात को डंडों से पीटकर हत्या कर दी। उस समय भाई जयसिंह बाहर आंगन में सो रहा था। बच्चे की दादी निम्मो देवी वहीं मौके पर बैठक के अंदर सोई हुई थी। उसने आरोप लगाया कि सोनू व निम्मो देवी व भाई जयसिंह ने मिलकर उसके लड़के विक्रम की हत्या की है। सोमवार सुबह वह कमरे में खून से लथपथ हालत में मिला।
मृतक के चाचा अजीत ने बताया कि आरोपी सोनू करीब एक साल पहले पिलानी से एक नाबालिग लड़की को भगा लाया था। लड़की के परिजनों ने आरोपी सोनू को जेल भिजवा दिया था। अब वह नौ माह बाद जेल से बाहर आया था। उसने लड़की के परिजनों को हत्या के केस में फंसाने के लिए विक्रम की हत्या की साजिश रची थी।