आउटसोर्स कर्मचारियों को सीधे उनके खाते में सेलरी भेजेगा नगर निगम
नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 10 अगस्त
आउटसोर्स पर मैनपावर उपलब्ध करवाने वाले ठेकेदारों की मनमानी पर नगर निगम ने लगा लगा दी है। आउटसोर्स कर्मचारियों को सेलरी समेत दूसरे प्रकार के भुगतान नगर निगम सीधे उनके खाते में करेगा। इसके लिए खाते खुलवाए गए हैं। अब ठेकेदार कर्मचारियों के वेतन, भत्ते और दूसरे प्रकार के फंडस में घोटाला नहीं कर पाएंगे साथ ही नगर निगम का पता रहेगा कि जिन लोगों को पैसा मिल रहा है वे निगम में क्या और कहां काम कर रहे हैं।
गुरुग्राम नगर निगम में तीन हजार से ज्यादा कर्मचारी आउटसोर्स पर काम करते हैं। काफी समय से इन कर्मचारियों को उपलब्ध कराने वाली कंपनियों के ऊपर कर्मचारियों के फंड्स व सेलरी में गड़बड़ी के आरोप लग रहे थे। लेकिन नौकरी जाने के भय से इनके अधीन कार्य करने वाले कर्मचारी अपनी जुबान नहीं खोल पाते थे। आउटसोर्स कर्मचारियों की पगार व भत्तों में गड़बड़ी को लेकर उभरे विवाद के बाद नगर निगम को एक कंपनी काे भुगतान भी रोकना पड़ा।
हजारों कर्मचारियों के हितों से जुड़ा विषय होने के कारण नगर निगम ने इस कंपनी को मामले का निपटारा न्यायिक तरीके से नहीं करने तक आगे कर्मचारियों की आपूर्ति से संबंधित नया काम नहीं देने का भी फैसला लिया है। डिप्टी मेयर सुनीता यादव की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी ने ठेकेदारों की मनमानी पर लगाम लगाने से संबंधित सुझाव भी निगम को दिए।
डिप्टी मेयर सुनीता यादव ने कहा कि कभी पीएफ राशि में गड़बड़ी तो कभी सेलरी मिलने में दो-दो महीने की देरी के साथ-साथ कर्मचारियों को निर्धारित सेलरी से कम राशि देने संबंधी शिकायतों की जांच के बाद एसक्रो खाते खुलवाने का फैसला लिया गया है।