मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

कॉलेज में खाली पड़ी 3 एकड़ भूमि पर बनेगा मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स हाॅल

10:48 AM Dec 13, 2023 IST
विजय बंसल

पंचकूला, 12 दिसंबर (हप्र)
राजकीय पोस्ट ग्रेजुएट गर्ल्स कॉलेज सेक्टर 14 में खेल मैदान के निर्माण के लिए 16 वर्ष पूर्व अलॉट की गई 3 एकड़ भूमि पर सरकार द्वारा अब तक लड़कियों के लिए खेल का मैदान नहीं बनाया जा सका। इसी मामले को शिवालिक विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट विजय बंसल ने जोरदार ढंग से उठाते हुए मुख्यमंत्री सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन भेज कर जल्द खेल का मैदान बनवाने की मांग की थी। बंसल के इसी ज्ञापन पर कार्यवाही करते हुए मुख्यमंत्री ने तीन एकड़ भूमि पर मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स हाल निर्माण करने के निर्देश आर्किटेक्चर डिपार्टमेंट को दिए हैं। आर्किटेक्चर डिपार्टमेंट ने हरियाणा पीडब्ल्यूडी बी एंड आर (एनएच) को स्पोर्ट्स हॉल निर्माण के लिए पूरी परियोजना का नक्शा बनाने के निर्देश दिए हैं। पीडब्ल्यूडी बी एंड आर कंस्ट्रक्शन विभाग पंचकूला के एक्सईएन ने कॉलेज प्रिंसिपल को पत्र लिखकर मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स हॉल निर्माण के लिए जमीन से संबंधित पूरा ब्यौरा उपलब्ध करवाने को कहा है। कार्यकारी अभियंता ने खाली पड़ी जमीन का कुल क्षेत्रफल, मैदान में लगे हुए पेड़ पौधों और वहां जाने के लिए रास्ते आदि की मौजूद स्थिति की पूरी जानकारी मांगी है।
बंसल ने बताया कि बेशक पीडब्ल्यूडी विभाग को बहुउद्देशीय खेल हॉल निर्माण के आदेश जारी कर दिए गए हों लेकिन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हूडा) विभाग द्वारा गत 16 वर्षों तक खाली पड़ी भूमि की क्षेत्रीकरण योजना नहीं किए जाने के कारण स्पोर्ट्स हॉल निर्माण कार्य में अड़चनें पैदा हो सकती हैं। क्योंकि हूडा विभाग द्वारा अभी तक भूमि की जॉनिंग प्लानिंग न करने में लापरवाही करने के कारण अभी तक खेल मैदान का निर्माण लटका हुआ है। इसलिए विजय बंसल ने सबसे पहले खेल मैदान के लिए अलॉट की गई तीन एकड़ भूमि का जल्द ही जॉनिंग प्लान तैयार करने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि गत 16 वर्षों से यहां पर खेल मैदान का निर्माण न किए जाने के कारण खाली भूमि जंगल में तबदील हो चुकी है। बंसल ने बताया कि आज इस कॉलेज में 1500 से अधिक छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं लेकिनदछात्राओं के लिए आज यहां पर खेलने का एक मैदान तक नहीं है।

Advertisement

Advertisement