जेलों में बंद किसानों के लिए आंदोलन जल्द
करनाल, 17 जून (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम की कोर कमेटी की मीटिंग वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से हुई। यूनियन से जुड़े प्रदेशभर के किसान नेता बैठक में शामिल रहे। हरियाणा में किसानों की गिरफ्तारी और झूठे मुकदमे दर्ज करने पर चिंता जताई गई। यूनियन नेताओं ने निर्णय लिया कि जेलों में बंद किसानों को रिहा करवाने के लिए जल्द आंदोलन चलाया जाएगा।
भाकियू सर छोटूराम के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी व जगदीप ओलख ने कहा कि किसानों को प्रताडि़त करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही। किसान आंदोलन के दौरान 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए। अपने साथियों के संघर्ष कर रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस प्रशासन ने झूठे मुकदमे दर्ज किए। काफी संख्या में किसानों को जेल में डाल दिया गया। जो किसान जेल में हंै, उनके खिलाफ अब भी झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर बहादुर मेहला व जगदीप ओलख ने कहा कि कोर कमेटी की मीटिंग में तय हुआ है कि किसानों को रिहा करवाने के लिए जिला स्तर से आंदोलन की शुरूआत की जाएगी। पहले चरण में जिला मुख्यालयों पर धरने प्रदर्शन होंगे। सरकार नहीं जागी तो राजधानी को घेरने के लिए किसान कूच करेंगे। किसानों के साथ अन्याय किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए नवदीप सिंह जलबेड़ा और गुरकीरत सिंह को झूठे केसों में फंसाने का काम किया गया। हालांकि गुरकीरत सिंह की रिहाई हो चुकी है, लेकिन नवदीप सिंह अभी जेल में है और उन पर तीन-चार दिन पहले हत्या का झूठा केस भी दर्ज कर दिया गया। नवदीप सिंह की रिहाई को लेकर विशेष मुहिम चलाई जाएगी।