मां का रो-रो कर बुरा हाल, आंखें आज भी ढूंढ़ रहीं 6 वर्षीय बेटे को
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 4 जुलाई
मां की रो-रो कर लाल हुई आंखें आज भी अपने 6 वर्षीय आगम को ढूंढ़ रही हैं। मां इस उम्मीद में दरवाजे की ओर टकटकी लगाए है कि शायद उसका लाल वापस आए।
सड़क दुर्घटना में मौत का ग्रास बना 6 वर्षीय आगम अपने नाना के साथ जिद कर के मोटरसाइकिल पर चक्कर लगाने गया था, लेकिन सड़क में हुए एक गड्ढे में बाइक का टायर धंसने से वह उछल कर सड़क पर गिरा और उसकी जान चली गई। आगम के नाना कामरेड सुरेंद्र सिंह ने बताया कि कुछ वर्ष पहले उनके बेटे की भी सड़क में गड्ढे के कारण जान चली गई थी। सुरेंद्र सिंह की पांच लड़कियां हैं। बेटे की मौत के बाद वे अपने दोहते को अपने पास ले आए थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिसे वे अपने बुढ़ापे के सहारे की उम्मीद के रूप में देख रहे हैं, उसकी भी सड़क के गड्ढे इस तरह बलि ले लेंगे।
पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो
सड़क सुरक्षा मंच ने मांग की कि आगम की मौत के जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। मंच के सदस्यों सोनू कंबोज, शेखर खट्टर, जगजीत सिंह, धर्मेंद्र सिंह, गुलशन चुग, देवेंद्र हंस, जगदेव सीड़ा ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।
जजपा विधायक नहीं बनवा पाए सड़क
हद तो इस बात की है कि पीडब्ल्यूडी विभाग उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास है और गुहला में विधायक भी जजपा से हैं। लेकिन उसके बाद सड़क के मामले में हो रही इतनी फजीहत का भी कोई असर इन पर दिखाई नहीं दे रहा। खराब सड़कों के लिए जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों व ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर पैच लगवाने में भी असफल रही है। चीका वासी अनेक बार सड़क बनवाने बारे प्रदर्शन कर चुके हैं और ज्ञापन भी दे चुके हैं। मंच ने भी विधायक को मिलकर सड़क निर्माण की मांग की, लेकिन कोई फायदा नहीं।