दुनिया के सबसे खतरनाक ज्वालामुखी
कुमार गौरव अजीतेन्दु
ज्वालामुखी का नाम सुनकर ही एक खौफ मन में नाचने लगता है। दुनिया में कई ऐसे ज्वालामुखी हैं, जिन्हें बेहद खतरनाक माना जाता है। देखा जाए तो सिर्फ लातिन अमेरिका में ही ऐसे दर्जनों सक्रिय ज्वालामुखी हैं जिनमें से कुछ बेहद ख़तरनाक हैं। ये ज्वालामुखी या तो समय-समय पर भड़कते रहते हैं या फिर इनकी विनाशकारी क्षमता इन्हें ख़तरनाक श्रेणी में रखती है। सिनाबुंग ज्वालामुखी (इंडोनेशिया) में भयंकर विस्फोट इसका एक बड़ा उदाहरण है। जिसने भी यह नज़ारा देखा उसके होश उड़ गए। इसी तरह कुछ समय पहले ग्वाटेमाला में हुए भयानक ज्वालामुखी विस्फोट में 75 लोगों की मौत हो गयी थी और 200 से ज़्यादा लोग लापता हो गये।
पोपोकटेपेटल, मैक्सिको
यह ज्वालामुखी 5,452 मीटर ऊंचा है और अत्यधिक सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक माना जाता है। यही कारण है कि इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जाती है। यह मैक्सिको सिटी से दक्षिणपूर्व में करीब 70 किलोमीटर दूर है। अगर इसमें विस्फोट हुआ तो करीब 2.5 करोड़ लोग प्रभावित होंगे। साल 1994 के बाद यह सक्रिय हो गया है। इससे राख और लावा निकलते रहते हैं। साल 2016 में धुंध तीन किलोमीटर तक ऊपर फैल गई थी। प्यूएबला राज्य में अलर्ट जारी किया गया था।
कोलिमा ज्वालामुखी, मैक्सिको
इसकी गिनती मैक्सिको के सबसे खतरनाक ज्वालामुखी में होती है। हाल के सालों में यह समय-समय पर राख और धुआं छोड़ता रहा है। इसकी ऊंचाई 3280 मीटर है और ये जलिस्को और कोलिमा की सीमा पर स्थित है। 2015 और 2016 में इसके राखों के फव्वारे की वजह आसपास के इलाके खाली करा दिए गए थे।
तुरीआल्बा ज्वालामुखी, कोस्टारिका
ये ज्वालामुखी कोस्टारिका के बीचों-बीच स्थित है। यह कैलिफोर्निया के सैन जोस शहर के करीब 60 किलोमीटर दूर है। सितंबर 2016 में इससे भयानक विस्फोट हुआ था, जिसके बाद आसपास के शहरों पर राख के बादल छा गए थे। ये विस्फोट इस ज्वालामुखी का कई दशकों में सबसे बड़ा विस्फोट माना जाता है। तब से इस ज्वालामुखी से धुआं, राख और गरम लावा निकलता रहता है।
कोटोपाक्सी, इक्वाडोर
कोटोपाक्सी 5,897 मीटर ऊंचा ज्वालामुखी है जो इक्वाडोर की राजधानी क्वेटो से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित है। इसमें सबसे भयानक विस्फोट 1887 में हुआ था। वहीं साल 2015 में राख के घने बादल निकलने लगे, जिसके बाद देश में अलर्ट जारी करना पड़ा। इसके बाद से ज्वालामुखी का लगातार मॉनीटर किया जाता रहा है।
विलरिका, चिली
चिली में करीब 95 सक्रिय ज्वालामुखी है, उनमें से ये विलरिका ज्वालामुखी 1847 मीटर ऊंचा है और यह सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है। यह पर्यटन स्थलों के क्षेत्र में स्थित है। 2015 में ये भड़का था, जिसके बाद हवा में 1000 मीटर से ऊंचा लावा निकला था। आसपास के इलाकों को खाली कराना पड़ा था।