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52 भाषाओं में गाये एक लाख से अधिक गाने

06:30 AM Feb 12, 2024 IST
52 भाषाओं में गाये एक लाख से अधिक गाने
फरीदाबाद में एक कार्यक्रम में डॉ. राज रूप फुलिया को सम्मानित करते इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के मुख्य संपादक डॉ. बिस्वरूप रॉय व अधिकारी। -निस
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गुंजन कैहरबा/निस
इन्द्री, 11 फरवरी
हरियाणा सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ. राज रूप फुलिया ने एक लाख से अधिक गाने गाकर गायकी में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने जुलाई 2018 से जून 2022 तक चार वर्षों में 25 विदेशी भाषाओं सहित 52 भाषाओं में स्टार मेकर और सेम्यूल सिंगिंग ऐप पर एक लाख एक हजार 111 गाने कवर पोस्ट किए। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने अपने फरीदाबाद स्थित कार्यालय में आयोजित छठे दीक्षांत समारोह में गायन में उन्हें विशिष्ट उपलब्धि के लिए प्रतिष्ठित रिकॉर्ड धारक के रूप में सम्मानित किया। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के एडिटर इन चीफ डॉ. बिस्वरूप रॉय ने उन्हें स्मृति चिह्न एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। डॉ. फुलिया ने इससे पहले 30 मई, 2020 को एक दिन में 202 गाने इंडोनेशियाई भाषा में रिकॉर्ड करके स्टारमेकर ऐप पर पोस्ट कर 16 घंटे नॉन-स्टॉप गायन का रिकॉर्ड बनाया था।
डॉ. फुलिया का कहना है कि वे संगीत को दीवानगी की हद तक प्रेम करते हैं। चंडीगढ़ स्थित टैगोर थियेटर और कुरुक्षेत्र में संगीत के कार्यक्रमों में उन्होंने गायन किया। उनका कहना है कि संगीत जीवन में आनंद का स्रोत है। संगीत साधना करने वाले कलाकार समाज को बहुत कुछ देते हैं।
घुड़सवारी में गोल्ड, कार ड्राइविंग का भी रिकॉर्ड : जीवन में रोमांच के शौकीन डॉ. फुलिया लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन, मसूरी के सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार रहे हैं। उन्होंने 1984 और 1985 में लगातार दो वर्षों तक घुड़सवारी में स्वर्ण पदक जीता। उन्हें कार ड्राइविंग भी बहुत पसंद है। उन्होंने 2004 में पूरे देश में 54 दिनों की सोलो ड्राइव करते हुए 18,666 किलोमीटर की दूरी तय करके इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में रिकॉर्ड दर्ज किया था।

कई डिग्रियों, डिप्लोमा के बाद भी पढ़ाई जारी

1983 में भारतीय प्रशासनिक सेवा, हरियाणा कैडर में नियुक्त होने के बाद भी डॉ. फुलिया ने अपनी शिक्षा जारी रखी और दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य में मास्टर डिग्री प्राप्त की। इसके बाद जम्मू विश्वविद्यालय से एलएलबी की और पंजाब विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में दूसरी एमए की डिग्री प्राप्त की। वहीं, वाणिज्य प्रशासन में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी तीसरी और चौथी मास्टर डिग्री प्राप्त की। अब एमए दर्शनशास्त्र की अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने इग्नू से मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और आईआईएम, बैंगलोर से सार्वजनिक नीति तथा प्रबंधन में डिप्लोमा भी प्राप्त किया है।

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