दुबई से जमैका पहुंचे 200 से ज्यादा भारतीय लौटाये
नयी दिल्ली, 9 मई (ट्रिन्यू)
दुबई से चार्टर उड़ान से जमैका पहुंचे 253 भारतीयों को कुछ दिनों के बाद वापस भेज दिया गया। जमैका के इमिग्रेशन अधिकारी भारतीयों की ओर से दिखाए गए डॉक्यूमेंट्स से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने ये नहीं माना कि वे पर्यटक हैं। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को इसकी पुष्टि की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमें बताया गया कि दुबई से जमैका में उतरी एक चार्टर्ड उड़ान में कई भारतीय सवार थे। उनके पास पहले से यात्रा और होटल की बुकिंग थी, लेकिन स्थानीय अधिकारी संतुष्ट नहीं थे। अधिकारियों ने भारतीयों को 7 मई को उनके मूल स्थान दुबई लौटाने का फैसला किया। जमैका की द ग्लीनर ब्रॉडशीट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व स्तर पर भारतीयों पर निगरानी रखी जाती है। उनके जोखिम प्रोफाइल के कारण जमैका पहुंचने पर एक अधिकारी द्वारा मैन्युअल रूप से कार्रवाई की जाती है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, आव्रजन अधिकारियों ने कहा कि भारतीय, जिनमें ज्यादातर पुरुष हैं, पांच दिवसीय दौरे पर आए थे, लेकिन उनके यात्रा कार्यक्रम की जांच से केवल एक दिन के दौरे का पता चला। कुछ लोगों के यात्रा दस्तावेजों को लेकर भी समस्याएं थीं। बाद में समूह को प्रवेश से मना कर दिया गया। लेकिन अधिकारियों ने मानवीय आधार पर उनके वापस लौटाने की व्यवस्था को अंतिम रूप देने तक उन्हें किंग्स्टन के एक होटल में रहने की अनुमति दी गई। पिछले साल दिसंबर में, फ्रांसीसी अधिकारियों ने मानव तस्करी के संदेह में 303 लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें ज्यादातर भारतीय थे। जमैका की तरह, फ्रांसीसी आव्रजन अधिकारी इस बात से आश्वस्त नहीं थे कि उन्होंने दुबई से निकारागुआ के लिए पूरी तरह से पर्यटन के लिए एक उड़ान किराए पर ली थी। अधिकारियों ने बाद में 276 यात्रियों को भारत वापस भेज दिया, जबकि बहुत कम ने राजनीतिक शरण लेने या निकारागुआ के लिए जारी रखने का विकल्प चुना।