दिल्ली, मुंबई में 62 साल बाद एक साथ मानसून
नयी दिल्ली/चंडीगढ़/मुंबई, 25 जून (एजेंसी/ट्रिन्यू)
दिल्ली और मुंबई, दोनों जगह रविवार को मानसून के आगमन के साथ इसकी पहली बारिश हुई और इस तरह का दुर्लभ संयोग 62 साल पहले 21 जून 1961 को देखने को मिला था, जब दोनों महानगरों में एकसाथ मानसून आया था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में मानसून अपने तय समय से दो दिन पहले पहुंच गया, जबकि मुंबई में यह दो हफ्ते की देरी से पहुंचा। आईएमडी के मुताबिक उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में मानसून आ चुका है। रविवार को दिल्ली-एनसीआर, चंडीगढ़ एवं हरियाणा, पंजाब के अनेक इलाकों में मानसून की वर्षा हुई। मानसून की फुहारों के चलते चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में रविवार को न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली।
इस बीच, हिमाचल, उत्तराखंड समेत उत्तर भारत एवं पश्चिमी भारत के कई इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऑरेंज अलर्ट भारी बारिश होने का संकेत है।
उधर, बारिश की झमाझम से गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन इस दौरान कई हादसे भी हुए। हिमाचल के कुल्लू, शिमला, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग, चमोली समेत अनेक इलाकों में भूस्खलन के कारण जहां कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं हरियाणा के पंचकूला में एक कार बह गयी। उसमें मौजूद महिला को बचा लिया गया। हिमाचल प्रदेश के सोलन में रविवार को बादल फटने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी। राज्य के मंगल कठपोल में बादल फटने से 35 बकरियां बह गईं। मंडी जिले के कई इलाकों में पेड़-पौधों को भारी नुकसान पहुंचा है। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपात बैठक कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। मंडी जिले के जंजैहली में एक नाले में अचानक आई बाढ़ के कारण कई वाहन बह गए। पंजाब के संगरूर में एक नहर में बढ़े जल स्तर के बीच नहाते समय मामा-भांजा पानी के तेज बहाव में बह गए और उनकी मौत हो गयी।
नयी दिल्ली स्टेशन पर करंट से महिला की मौत
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार सुबह से हो रही बारिश के बीच नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में एक महिला की करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि यह घटना स्टेशन के निकास द्वार संख्या-1 के निकट उस समय हुई जब महिला साक्षी आहूजा (34) चंडीगढ़ के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी। उस समय वह अपनी बहन के साथ थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार बारिश के बीच पीड़िता स्टेशन की ओर जा रही थी, तभी उसने अपना संतुलन खो दिया और वह बिजली के खंभे की कुछ तारों के संपर्क में आ गई। साक्षी को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।