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विधानसभा का मानसून सत्र आज से, हंगामे के पूरे आसार

07:12 AM Aug 27, 2024 IST
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया सोमवार को शिमला में विधानसभा के मानसून सत्र के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए। (दायें) पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी अन्य पुलिस अधिकारियों संग विधानसभा में सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेते हुए।-दैनिक ट्रिब्यून

ज्ञान ठाकुर/हप्र
शिमला, 26 अगस्त
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार 27 अगस्त से आरंभ हो रहा है। इस सत्र के हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है। विपक्षी दल भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सोमवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल न होकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। हालांकि इसके बावजूद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सभी सदस्यों से सत्र के दौरान रचनात्मक सहयोग की अपील की है। विधानसभा का मानसून सत्र राज्य में हाल ही में संपन्न 9 विधानसभा उपचुनाव और इससे पहले संपन्न लोकसभा के बाद हो रहा है। ऐसे में राज्य के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता चरम पर है। यही नहीं, प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार द्वारा इस अवधि में लिए गए कई निर्णयों के कारण भी सत्तापक्ष और विपक्ष में तलवारें खिंची हुई हैं। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि विपक्ष सत्र के दौरान पूरी तरह हमलावर रहेगा जबकि दूसरी ओर सत्तादल कांग्रेस विधानसभा उपचुनावों में जीत के घोड़े पर सवार होकर विधानसभा पहुंची है। ऐसे में पार्टी के विधायकों से लेकर मंत्रियों तक सभी विपक्ष को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। सत्र के दौरान कुल 10 बैठकें होंगी।इस बीच, सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के न पहुंचने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने बैठक में न आने के लिए अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। उन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया है कि वे सदन के समय का सदुपयोग जनहित से संबन्धित विषयों को उठाने के लिए करें तथा उस पर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि जो भी विषय सदस्य सदन में चर्चा के लिए लाएंगे, वह उसके लिए भरपूर समय देंगे। उन्होंने कहा कि सदस्यों का भी दायित्व रहेगा कि समय का सदुपयोग सार्थक चर्चा के लिए करें। उन्होंने कहा कि सदस्य प्रदेशहित तथा अपने-अपने निर ्वाचन क्षेत्र के विषय सदन में उठा सकते हैं तथा अविलंब चर्चा कर सकते हैं और सरकार भी उसका जवाब देने के लिए तत्पर है। उन्होंने सदन के सुचारू संचालन के लिए सदन में दोनों पक्षों से सहयोग की अपील की।

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विपक्ष का न आना संसदीय परंपराओं के खिलाफ

संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के नेता के न आने पर कहा कि यह संसदीय परंपराओं के लिए उचित नहीं है। ऐसा पहली बार हुआ कि विपक्ष बैठक में नहीं आया। यदि जयराम ठाकुर को नहीं आना था तो वह अपनी जगह किसी और को भेज सकते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ऑपरेशन लोटस का जो प्रयास किया वह असफल रहा है। अब भाजपा 2027 तक विपक्ष की सकारात्मक भूमिका अदा करते हुए जनता के मसलों को सदन में उठाए।

अभी तक पूछे गए 936 सवाल

सत्र के लिए अभी तक कुल 936 सवाल आ चुके हैं जिनमें 640 तारांकित जबकि 296 अतारांकित हैं। इसके अलावा नियम 101 के तहत 10, नियम 62 के तहत 7, नियम 63 के तहत 1, नियम 130 के तहत 20 और नियम 324 के तहत 4 चर्चाएं आई हैं। अधिकांश प्रश्न इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि, बाढ़, स्कूलों के विलय आदि पर आधारित है।

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