मोहम्मद शमी और पैरा तीरंदाज शीतल को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा
नयी दिल्ली, 9 जनवरी (एजेंसी)
भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया, जहां क्रिकेटर मोहम्मद शमी और पैरा तीरंदाज शीतल देवी तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पुरस्कार लेने पहुंचे। बैडमिंटन खिलाड़ियों चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी को 2023 में शानदार प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया। यह पुरुष जोड़ी वर्तमान में मलेशिया ओपन सुपर 1000 में खेल रही है और इसलिए समारोह में शामिल नहीं हुई। राष्ट्रपति भवन में समारोह में 26 खिलाड़ियों और पैरा खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
युवा स्टार पिस्टल निशानेबाज 19 वर्षीय ईशा सिंह भी जकार्ता में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेने के कारण समारोह के लिए नहीं पहुंच सकीं। उन्होंने सोमवार को 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में 3 स्वर्ण पदक जीतने वाली शीतल जब अपना अर्जुन पुरस्कार लेने पहुंची तो राष्ट्रपति भवन का दरबार हॉल तालियों की गड़गड़ाहट के साथ गूंजने लगा। इस 16 वर्षीय पैरा निशानेबाज के फोकोमेलिया नामक एक दुर्लभ स्थिति के कारण दोनों हाथ नहीं हैं और वह दोनों हाथों के बिना तीरंदाजी करने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय पैरा तीरंदाज हैं। राष्ट्रपति ने इसके बाद मंच से उतरकर व्हीलचेयर पर बैठी पैरा कैनोइंग खिलाड़ी प्राची यादव को पुरस्कृत किया। प्राची हांगझोउ पैरा खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हैं।
टखने की चोट से उबर रहे शमी सम्मान हासिल करने के लिए समारोह में मौजूद थे। उन्होंने पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप में सात मैच में 24 विकेट चटकाए थे और भारत को फाइनल में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
हाल में शतरंज ग्रैंडमास्टर बनीं आर वैशाली को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह स्टार ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा की बड़ी बहन हैं। कोनेरू हम्पी और द्रोणावल्ली हरिका के बाद ग्रैंडमास्टर बनने वाली वैशाली देश की तीसरी महिला खिलाड़ी हैं। इस वर्ष अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए अन्य दिग्गज खिलाड़ियों में पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन और पिछले साल सीनियर चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान अंतिम पंघाल, पिछले साल विश्व चैंपियनशिप के कांस्य विजेता मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन और एथलीट पारूल चौधरी भी शामिल रहे। इस वर्ष द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं में शतरंज कोच आरबी रमेश भी शामिल हैं जिन्होंने प्रज्ञानानंदा को तैयार किया है।
- मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार : चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी (बैडमिंटन)
- अर्जुन पुरस्कार: ओजस प्रवीण देवताले (तीरंदाजी), अदिति गोपीचंद स्वामी (तीरंदाजी), मुरली श्रीशंकर (एथलेटिक्स), पारुल चौधरी (एथलेटिक्स), मोहम्मद हुसामुद्दीन (मुक्केबाजी), आर वैशाली (शतरंज), मोहम्मद शमी (क्रिकेट), अनुश अग्रवाल (घुड़सवारी), दिव्यकृति सिंह (घुड़सवारी ड्रेसेज), दीक्षा डागर (गोल्फ), कृष्ण बहादुर पाठक (हॉकी), सुशीला चानू (हॉकी), पवन कुमार (कबड्डी), रितु नेगी (कबड्डी), नसरीन (खो-खो), पिंकी (लॉन बॉल्स), ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (निशानेबाजी), ईशा सिंह (निशानेबाजी), हरिंदर पाल सिंह संधू (स्क्वाश), अयहिका मुखर्जी (टेबल टेनिस), सुनील कुमार (कुश्ती), अंतिम पंघाल (कुश्ती), नाओरेम रोशिबिना देवी (वुशु), शीतल देवी (पैरा तीरंदाजी), इलूरी अजय कुमार रेड्डी (दृष्टिबाधित क्रिकेट), प्राची यादव (पैरा कैनोइंग)।