मोहाली पहला आजीविका सरस मेला 18 से
मोहाली, 16 अक्तूबर (हप्र )
साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर प्रशासन देश में बेहद लोकप्रिय ‘आजीविका सरस मेले’ की पहली बार मोहाली में मेजबानी करेगा। उपायुक्त आशिका जैन ने कहा कि मेला 18 अक्तूबर से 27 अक्तूबर तक सेक्टर 88 स्थित खुले मैदान (मानव मंगल स्मार्ट स्कूल) के पीछे आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न राज्यों के 600 से अधिक कलाकार, कारीगर, व्यापारी और कुशल लोग भाग लेंगे। जबकि हर दिन हजारों लोग खरीदारी और मनोरंजन का आनंद लेंगे। सरस मेले के दौरान देशभर से 600 से अधिक शिल्पकार और कारीगर 300 से अधिक स्टॉल लगाएंगे।
आज मेला मैदान में जिले में पहली बार आयोजित होने जा रहे सरस मेले के बारे में अधिक जानकारी देते हुए उपायुक्त साहिबजादा अजीत सिंह नगर आशिका जैन ने बताया कि देखने आने वाले लोगों की संख्या को और अधिक बढ़ाने के उद्देश्य से और कलाकारों की कलाकृतियों को खरीदने के लिए जिला प्रशासन ने आजीविका सरस मेले की हर शाम प्रसिद्ध पंजाबी गायकों के कार्यक्रम और कॉमेडी शो आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 2006 में जिला बनने के बाद से यह मेला जिला वासियों के लिए पहली बार आयोजित किया जा रहा है और यह भी पहली बार होगा कि इतनी बड़ी संख्या में मशहूर गायक सरस मेला मंच पर नजर आयेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि सरस मेले के उद्घाटन दिवस की शाम को पंजाबी गायक रंजीत बावा, 19 अक्तूबर को शिवजोत, 20 अक्तूबर को फैशन शो, पंजाबी गायिका परी पंधेर, बसंत कुर, सविताज बराड़, 21 अक्तूबर को जसप्रीत सिंह और आशीष सोलंकी कॉमेडी शो में शामिल होंगे। 22 अक्तूबर को लखविंदर वडाली, 23 को भांगड़ा और गिद्दा (यूनिवर्सिटी टीमों द्वारा), 24 को पंजाबी गायक जोबन संधू, 25 को विभिन्न कलाकार, 26 को कुलविंदर बिल्ला और मेले की आखिरी रात 27 अक्तूबर को गिप्पी ग्रेवाल अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
यूनिफॉर्म पहनने वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क प्रवेश
डीसी जैन ने बताया कि सरस मेले में स्कूल यूनिफॉर्म पहनने वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क प्रवेश मिलेगा, जबकि आम जनता के लिए 20 रुपये का प्रवेश टिकट रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस मेले के दौरान कारीगरों द्वारा बनाये गये हस्तशिल्प उत्पाद जिनमें खिलौने, कपड़े, सजावटी सामान, फर्नीचर आदि भी बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस मेले में पारंपरिक मेलों की तरह लोगों के मनोरंजन के साधन के तौर पर विभिन्न प्रकार के झूले लगाये जायेंगे।
बीन जोगी, नगाड़ा, कठपुतली नाच से होगा मनोरंजन
डीसी ने कहा कि मेले की एक अनूठी विशेषता के रूप में, उत्तरी क्षेत्र सांस्कृतिक जोन के कलाकार विभिन्न राज्यों के लोक नृत्यों के साथ मेले का मनोरंजन करेंगे, जिनमें असम के पीहू, राजस्थान के कालबेलिया, यूपी के बरसाना की होली और मयूर नृत्य, हरियाणा, पंजाब के विभिन्न नृत्य शामिल हैं। इसके अलावा मेले में प्रतिदिन बीन जोगी, नचार, नगाड़ा, कठपुतली नाच, बाजीगर, कच्ची घोड़ी आदि लोक कलाकार लोगों का मनोरंजन करेंगे।