मोदी सरकार इस्राइल को हथियारों की सप्लाई तुरंत बंद करे : सीपीएम
पंचकूला, 2 जून (हप्र)
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने इस्राइल द्वारा किए जा रहे जनसंहार के विरोध में प्रदर्शन कर व फिलीस्तीनियों के साथ एकजुटता प्रकट कर फौरन युद्ध रोकने की मांग की है। सीपीएम के कार्यकर्ता रविवार को बस स्टैंड के नजदीक सेक्टर 4/5 के चौक पर इकट्ठे हुए।
यहां प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए जिला सेक्रेटरी कामरेड रणधीर सिंह एडवोकेट व कामरेड सतीश सेठी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा आक्रमण रोकने के निर्देश देने के बावजूद इस्राइली सेना फिलिस्तीन के निर्दोष व निहत्थे लोगों पर लगातार आक्रमण कर रही है। पिछले आठ महीने से जारी हमलों में अभी तक 36 हज़ार से ज्यादा बेकसूर फिलीस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं व बच्चे शामिल हैं। यही नहीं, पिछले हफ्ते ही 26 मई को राफ़ा में विस्थापितों के शिविर पर बर्बरतापूर्वक हवाई हमला कर 45 लोग मार दिए गए। यह सब अमेरिका की शह पर हो रहा है। कामरेड सेठी ने कहा कि भारत सदैव फिलीस्तीन की स्वतंत्रता का पक्षधर रहा है, परंतु मोदी सरकार अमेरिका के आगे घुटने टेक कर सरेआम इस्राइल के साथ खड़ी हो गई है। इससे दुनिया भर में भारत की साख पर बट्टा लगा है। यही नहीं, गाजा पर आक्रमण के लिए भारत से इस्राइल को हथियार निर्यात करने का निंदनीय फैसला भी सामने आया है। इससे देशवासियों में भारी गुस्सा है। इसलिए केंद्र की मोदी सरकार को इस पर फ़ौरन रोक लगानी चाहिए। कामरेड टेकचंद बेरखेड़ी, कामरेड कर्म चंद व कामरेड अमरनाथ वर्मा ने कहा कि इसी प्रकार पिछले तीन साल से रूस व यूक्रेन में जंग चल रही है। इतिहास गवाह है कि युद्धों से आज तक किसी समस्या का समाधान होने की बजाय बर्बादी ही हुई है। साम्राज्यवादी देश अपना दबदबा बनाए रखने तथा हथियारों को बेचकर भारी मुनाफे कमाने में लगे हैं। वे यह भूल रहे हैं कि जिस आग से वे खेल रहे हैं, एक दिन यह उनके घर को भी जलाकर खाक कर देगी।