सिविल अस्पताल में हुई मॉक ड्रिल, आपदा से निपटने की क्षमताओं को परखा
जींद, 14 नवंबर (हप्र)
किसी भी तरह की आपात स्थिति में घायलों को तुरंत प्रभाव से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाए, इसे लेकर जींद के सिविल अस्पताल की क्षमताओं को बृहस्पतिवार को जांचा गया। इसके लिए अस्पताल में मॉक ड्रिल हुई।
एडीसी विवेक आर्य की देखरेख में हुई मॉक ड्रिल में अस्पताल के चिकित्सकों, कर्मचारियों और विभिन्न विभागों की आपदा प्रबंधन के दौरान क्षमताओं को परखा गया। इस मौके पर एडीसी विवेक आर्य ने कहा कि मॉक ड्रिल के माध्यम से आपातकालीन स्थिति में हमारी तैयारियों का आकलन किया जाता है। यह विभागों और कर्मचारियों को वास्तविक स्थिति में समन्वित प्रयासों से समस्या का समाधान करने की दक्षता प्रदान करता है। मॉक ड्रिल के बाद उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण भी किया। सिविल सर्जन डॉ गोपाल गोयल ने बताया कि घटना स्थल पर एम्बुलेंस के पहुंचने का मानक समय 10 से 15 मिनट है। बृहस्पतिवार को हुई मॉक ड्रिल में एम्बुलेंस 10 से 12 मिनट में मौके पर पहुंची और मरीज को तुरंत एमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट करके उपचार शुरू किया गया। इस अभ्यास के दौरान विभिन्न बीमारियों, आपदाओं और दुर्घटनाओं की स्थितियों में प्रतिक्रिया की प्रक्रिया का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे कर्मचारियों को त्वरित और सामूहिक कार्य करने का अनुभव मिला। मॉक ड्रिल का आयोजन जिला प्रशासन, फायर विभाग और स्थानीय पुलिस के समन्वय से किया गया। सभी विभागों ने टीम वर्क और तालमेल के साथ भाग लिया। मॉक ड्रिल के प्रभारी डिप्टी सिविल सर्जन डॉ रमेश पांचाल, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ पालेराम कटारिया, डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।