‘पीआर धान पर न्यूनतम निर्यात शुल्क 1200 डॉलर, किसान व मिलर परेशान’
नारनौंद, 19 अक्तूबर (निस)
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को व्यापारियों की बैठक नारनौंद मंडी में हुई। इसमें पीआर धान की सरकारी खरीद व उठान जल्दी न होने और चावल पर निर्यात मूल्य फिक्स करने पर गंभीर चिंता प्रकट की गई। बजरंग गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार ने बासमती किस्म के चावल पर 1200 डॉलर न्यूनतम निर्यात मूल्य निर्धारित किए हैं, जिससे मिलर, आढ़ती व किसानों में बड़ी नाराजगी है, जिसके कारण चार दिन से देशभर की अनाज मंडियों में हड़ताल चल रही है। बासमती किस्म धान के दाम पहले लगभग 3500 रुपए प्रति क्विंटल थे मगर अब घटकर 2600 से 2800 रुपए प्रति क्विंटल होने से बासमती धान की कीमत लगभग 700 से 900 रुपए कम हो गई है। बजरंग गर्ग ने केंद्र सरकार से मांग की है कि सरकार ने जो एक्सपोर्ट ड्यूटी 20 प्रतिशत लगाई हुई है उसे खत्म किया जाए और निर्यात मूल्य को फिक्स ना किया जाए और परमल चावल का निर्यात तुरंत प्रभाव से खोला जाए।
एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाने से व निर्यात मूल्य फिक्स करने से किसान व मिलरों का भारी नुकसान हो रहा है जबकि विदेशी देशों को इसका फायदा हो रहा है। इस अवसर पर अनाज मंडी नारनौंद प्रधान शमशेर लोहान, रामदिया लोहान, वेद प्रकाश बंसल, धर्मपाल, कूकू बलहारा, श्रीभगवान माजरा, सतां मोर, अजय शर्मा, सचिन शर्मा, आजाद मान, उमेद लोहान, टोनी माजरा, राजकुमार नंबरदार, व्यापार मंडल प्रधान राजवीर जैन, सुनील मिघलानी, सोमबीर जांगड़ा आदि प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद थे।