गर्मी के चलते दूध उत्पादन में 20 प्रतिशत तक की कमी
कैथल, 30 मई (हप्र)
जून से पहले गर्मी ने अपने तेवरों से लोगों की हालत खराब कर दी है। जैसे-जैसे जून का महीना नजदीक आ रहा है तापमान भी ऊपर चढ़ने लगा। गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। गर्मी ने जिले में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यहां पहली बार तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा है। सुबह आठ बजे से ही लू चलने लगती है। दोपहर को आसमान से आग बरस रही होती है।
शहर वासियों को न घर और न बाहर चैन मिला। पशु-पक्षी भी व्याकुल रहे। दिन का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो सामान्य तापमान से 5.1 डिग्री सेल्सियस अधिक था। रात का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोपहर के समय में लू के थपेड़ों ने लोगों को झुलसाकर रख दिया। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो उठा।
दोपहर के समय में बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। सड़कें पूरी तरह से सुनसान दिखाई दी। भीषण गर्मी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब भी सूखने लगे हैं। दोपहर के समय में अधिक गर्मी के चलते पानी गर्म रहने लगा है। जिसे पशु भी नहीं पीते हैं। गर्भवती पशुओं के लिए भीषण और अधिक परेशानी का सबब बना हुआ है जिसके चलते पशुओं ने चारा खाना कम कर दिया है, जिससे दूध उत्पादन में भी 20 प्रतिशत की कमी आई है।
कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक ने डॉ. रमेश वर्मा ने इस अवसर पर बताया कि सुबह के समय मौसम साफ रहेगा। दोपहर बाद आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि एक जून को आंशिक बादल और एक दो स्थानों पर गरज चमक व बूंदाबांदी होने की संभावना है। दो से चार जून तक मौसम आमतौर पर साफ बना रहेगा।
दो दिन बाद मौसम में थोड़ी राहत की संभावना
कुरुक्षेत्र (हप्र) : गर्मी अपने चरम पर है तो लोगों का हाल बेहाल है। ऐसे में मौसम विभाग से मिली जानकारी अनुसार तापमान में थोड़ी गिरावट दिख सकती है। कृषि वैज्ञानिक डाॅ. सीबी सिंह के अनुसार बृहस्पतिवार को कुरुक्षेत्र तथा आसपास के क्षेत्रों में दिन का अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री देखा गया। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग से मिली जानकारी अनुसार आने वाले दो दिनों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है। डाॅ. सिंह ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार 1 से 3 जून के दौरान आसमान में बादल, धूल भरी हवाओं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी की संभावना है। इससे तापमान में गिरावट संभावित है।