3 जिलों के दूध उत्पादकों में 50 दिन से भुगतान न होने से रोष
अम्बाला शहर, 2 मई (हप्र)
दुग्ध संघ अम्बाला के अंतर्गत आने वाले 3 जिलों अम्बाला, यमुनानगर व पंचकूला के दूध उत्पादक किसानों को पिछले 50 दिन से कोई भुगतान नहीं होने का मामला मुख्यमंत्री सहित विभागीय मंत्री और कई उच्चाधिकारियों के दरबार में पहुंच गया है। चेयरमैन व निदेशकों ने दुग्ध संघ अम्बाला को लेकर व्यापक जांच करवाकर कार्रवाई करने की मांग की है। इस संबंध में विस्तृत शिकायतें प्रदेश के मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री, मुख्य सचिव, एसीएस सहकारिता, प्रबंध निदेशक हरियाणा डेयरी डेवलपमेंट को ऑपरेटिव फेडरेशन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी दुग्ध संघ अंबाला को भेजी गई हैं। दुग्ध संघ के चेयरमैन जयपाल और 5 निदेशकों द्वारा हस्ताक्षरित इस शिकायत में कहा गया है कि दुग्ध संघ अम्बाला ने 10 मार्च 2024 के बाद दुग्ध उत्पादक किसानों की कोई पेमेंट नहीं दी। इससे अम्बाला, यमुनानगर और पंचकूला के ग्रामीण दुग्ध उत्पादक किसानों की वित्तीय स्थिति दयनीय हो गई है। उनमें दुग्ध संघ के खिलाफ भारी रोष व्यापक है। उन्होंने बताया कि अब तक 50 दिनों की पेमेंट पेंडिंग हो गई है।
चेयरमैन आदि ने शिकायत में कहा कि इसके अलावा मुख्यमंत्री दुग्ध प्रोत्साहन योजना के तहत जो राशि सरकार द्वारा किसानों को दी जाती है। वो भी अगस्त 23 और सितंबर 23 की पेंडिंग है जबकि सरकार द्वारा यह राशि दुग्ध संघ अंबाला को जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि दुग्ध संघ अम्बाला की वित्तीय स्थिति खराब होने के लिए कौन कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं, इसकी जांच नियमानुसार करें। उन्होंने यह खुलासा भी किया कि दुग्ध संघ अम्बाला की मार्केटिंग पॉलिसी की हालत भी खराब है और वह अनियमितताओं का अड्डा बन चुकी है।
दुग्ध संघ अम्बाला के चेयरमैन और 5 निदेशकों ने मांग की कि कड़ी कार्रवाई कर दुग्ध संघ को बचाया जाए। सरकार द्वारा खुद दखलंदाजी करके दुग्ध संघ अम्बाला के किसानों की पेमेंट दिलवाई जाए। किसानों के बढ़ते रोष को रोका जाए क्योंकि सरकार द्वारा सीएम ग्रांट का पैसा जारी होने के बाद भी किसानों को नहीं दिया गया जो अधिकारियों की घटिया कार्यप्रणाली को दर्शाता है। इन अधिकारियों ने कहा कि उक्त विषय पर ध्यान देकर समस्या का हल करवाएं और पेमेंट 7 मई 2024 तक करवाई जाए। साथ ही चेतावनी दी कि उसके बाद दुग्ध उत्पादक किसान आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। किसानों के बढ़ते हुए दबाव व रोष के कारण वे आंदोलन में शामिल होने के लिए मजबूर होंगे।
''दुग्ध संघ अम्बाला द्वारा 20 मार्च तक की पेमेंट हो चुकी है। हर महीने के 8, 18 और 28 तारीख को भुगतान दिया जाता है और यह सर्कल शुरू से ही चल रहा है। बोनस की राशि बैंकों में जा चुकी है। कुछ त्रुटियों के चलते कुछ किसानों की पेमेंट उनके खातों में नहीं जा सकती जिनमें संघ के सुपरवाइजरों के माध्यम से सुधार करवाकर किसान अपना भुगतान ले पाते हैं।''
-सर्वजीत सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अम्बाला