कोविड-19 के दौरान माक्रोबायोलॉजी ने अदा की अहम भूमिका
हिसार, 16 नवंबर (हप्र)
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार (गुजविप्रौवि) में एसोसिएशन ऑफ माइक्रोबायोलॉजिस्ट इंडिया (एएमआई) का मानव कल्याण के लिए सुक्ष्मजीवों के परिप्रेक्ष्य विषय पर चार दिवसीय 65वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे दिन विवि के चौधरी रणबीर सिंह सभागार के हॉल-1, 2 व 3 में विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्रतिभागियों को व्याख्यान दिए। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत मॉडलस का अवलोकन किया तथा सराहना की। इस अवसर पर सम्मेलन की संयोजक सचिव गुजविप्रौवि हिसार की डीन इंटरनेशनल अफेयर्स एवं एएमआई की महासचिव प्रो. नमिता सिंह, सम्मेलन के संयोजक बायोटेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार व सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एवं एएमआई हिसार इकाई के अध्यक्ष प्रो. राजेश गेरा तथा उपस्थित रहे।
सम्मेलन की संयोजक सचिव प्रो. नमिता सिंह ने बताया कि शनिवार को हुए विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को ज्ञानवधर्क व्याख्यान दिए। विषय विशेषज्ञों ने बताया कि कोविड-19 के दौरान माइक्रोबायोलॉजी ने समाज कल्याण व राष्ट्र हित में अहम भूमिका अदा की है। माइक्रोबायोलॉजी से ही दवाइयों का निर्माण करके कोविड मरीजों का ईलाज किया गया है। इन दवाइयों का उपयोग न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी हुआ है।
सम्मेलन के प्लीनरी चर्चा सत्र-12 में विषय विशेषज्ञों अरकाडिया कैंपस, मंडेला ड्राइव, फ्रांस के प्रो. थीरी रेगनीयर ने द इम्पोर्टेंस ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इन अफ्रीका विषय पर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल बायोटेक्नोलॉजी, तेलंगाना के डॉ. सोनू गांधी ने स्मार्ट सेंसिंग प्लेटफॉर्म्स फोर एसएआरएस-सीओवी-2 स्पीकर विषय पर, क्वीनलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, ब्रिसबेन, आस्ट्रेलिया के प्रो. भरत केसी पटेल ने प्रैक्टिकल बायोइंफोर्मेटिक्स : केस स्टडीज ऑफ द माइक्रोबायल वर्ल्ड ऑफ गेस प्रोडक्शन वेल्स विषय पर, सुल्तान क्वाबूज यूनिवर्सिटी ओमान, ओमान के प्रो. शिवाकुमार नालूसामी ने बायोडीजल प्रोडक्शन फ्रोम ऑप्टिमाइज्ड ऐलो वेरा राइंड हाइड्रोलिसेट, लिपिड प्रोफाइलिंग एंड बायोडीजल प्रॉपर्टीज प्रिडिक्शन विषय पर तथा सीएनबीआरसीडी, बैंगलुरू के डा. अप्पा राव पोडिले ने प्लांट ग्रोथ - प्रोमोटिंग रिजोबेक्टीरिया विषय पर व्याख्यान दिए।