ट्राईसिटी में बिछेगा मेट्रो का जाल, डीपीआर जनवरी तक
एस अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 18 दिसंबर
ट्राईसिटी में प्रस्तावित मेट्रो प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को यूटी के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (यूएमटीए) की दूसरी बैठक हुई।
बैठक में राइट्स द्वारा तैयार एरिया बेस्ड कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान्स (एएआर) को मंजूरी दे दी गई, जो एक व्यापक मास रैपिड ट्रांजिट (एमआरटी) नेटवर्क की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राइट्स ने अपने कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) में चंडीगढ़ ट्राईसिटी के लिए दो चरणों में लगभग 154.5 किलोमीटर तक फैले मास रैपिड ट्रांजिट नेटवर्क की सिफारिश की है। बैठक में मेट्रो के लिए एलिवेटेड या अंडरग्राउंड कॉरिडोर बनाने को लेकर चर्चा हुई। यूएमटीए ने एलिवेटेड और अंडरग्राऊंड दोनों कॉरिडोर्स के प्रस्ताव को भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय को भेजने के फैसला लिया। इसमें यह बताया जाएगा कि दोनों के फायदे और नुकसान क्या हैं और दोनों पर वित्तीय बोझ कितना होगा।
बैठक में डिपो स्थानों को अंतिम रूप देने पर भी चर्चा हुई तथा सब कमेटी को प्रत्येक राज्य में फिजिबिलिटी का मूल्यांकन करने का काम सौंपा गया।
यूनिफाइड मेट्रो ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की सोमवार को हुई बैठक में पंजाब, हरियाणा, यूटी के मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़ी सभी अहम अधिकारियों ने हिस्सा लिया। राइट्स के अधिकारियों ने सोमवर को एएआर को लेकर प्रेजेंटेशन दी। रिपोर्ट में राइट्स ने ट्राईसिटी में कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) की बैकग्राऊंड, स्टडी स्कोप, स्टडी एरिया, मैथ्डॉलाजी और प्राइमरी सर्वे सहित अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों को जगह दी गई है।
उम्मीद है कि जनवरी तक राइट्स कंपनी मेट्रो प्रोजेक्ट की फाइनल डीपीआर यूटी प्रशासन को सौंप देगी। फरवरी में मेट्रो को अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दिया जाएगा। इस बैठक में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर सुझावों को अभी भी शामिल किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर अक्तूबर में पूर्व एडवाइजर धर्मपाल की अध्यक्षता में राइट्स कंपनी के अधिकारियों की बैठक में कुछ सुझाव दिए गए थे, जिसमें ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए ट्रैक को एलिवेटेड या अंडरग्राउंड बनाने को लेकर मंथन हुई था।
बैठक में एलिवेटेड और अंडरग्राउंड ट्रैक को लेकर बजट पर स्टडी की मांग की गई थी। राइट्स ने एएआर रिपोर्ट में इसे शामिल किया है।
ये रहेंगे मेट्रो के रूट
* कॉरिडोर 1- सुल्तानपुर, न्यू चंडीगढ़ से सेक्टर 28, पंचकूला (34 किमी)
* कॉरिडोर 2- सुखना झील से आईएसबीटी जीरकपुर तक, आईएसबीटी मोहाली और चंडीगढ़ हवाई अड्डे के माध्यम से (41.20 किमी)
* कॉरिडोर 3- ग्रेन मार्केट चौक (सेक्टर-39) से ट्रांसपोर्ट लाइट चौक (सेक्टर-26) (13.30 किमी) डिपो प्रवेश -2.50 किमी