एशियाड कबड्डी में पुरुष और महिला टीम ने जीता स्वर्ण
हांगझोउ, 7 अक्तूबर (एजेंसी)
भारतीय पुरुष कबड्डी टीम ने शनिवार को यहां एक विवादास्पद फाइनल में अंपायर, खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के बीच लगभग एक घंटे की बहस के बाद गत चैंपियन ईरान को 33-29 से हराकर एशियाई खेलों का खिताब दोबारा हासिल किया। भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक जीता।
मैच के आखिरी मिनटों में अंकों को लेकर हुए विवाद के बाद इसे अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।
इससे पहले, भारतीय महिला टीम को चीनी ताइपै को हराकर गोल्ड मेडल जीता। एशियाई खेलों में 2010 में कबड्डी को शामिल किये जाने के बाद महिला कबड्डी का यह तीसरा स्वर्ण पदक है। कप्तान रितु नेगी ने कहा, ‘हमने 2018 में फाइनल हारने के बाद काफी मेहनत की। पांच साल तक इंतजार किया और कड़ी मेहनत रंग लाई ।’
महिला हॉकी टीम ने जीता कांस्य
भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल हारने के दो दिन बाद ही जबर्दस्त जुझारूपन के साथ वापसी करते हुए जापान को 2.1 से हराकर एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत लिया। हूटर के साथ ही मैदान पर अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सकीं कोच यानेके शॉपमैन और उल्लास में उछलती खिलाड़ियों को देखकर जाहिर हो गया कि इस कांसे के टीम के लिये क्या मायने हैं। भारत के लिये दीपिका ने पांचवें और सुशीला चानू ने 50वें मिनट में गोल दागे, जबकि जापान के लिये यूरी नागाई ने एकमात्र गोल किया।
पुरुष और महिला शतरंज टीमों ने जीते रजत पदक
भारत की पुरुष और महिला शतरंज टीमों ने एशियाई खेलों में रजत पदक जीते। भारतीय महिला टीम ने अपने अंतिम दौर के मुकाबले में दक्षिण कोरिया को 4-0 से हराया। ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली, अंतरराष्ट्रीय मास्टर वैशाली रमेशबाबू, अंतरराष्ट्रीय मास्टर वंतिका अग्रवाल और महिला ग्रैंडमास्टर सविता श्री बस्कर ने अपनी&अपनी बाजियां आसानी से जीती। भारतीय महिला टीम ने इस तरह से 15 अंकों के साथ अपने अभियान का अंत किया। शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन ने 17 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता। शीर्ष वरीयता प्राप्त अर्जुन एरिगैसी, विदित गुजराती और हरिकृष्ण पेंटाला ने अपनी अपनी बाजियां जीती, जबकि आर प्रज्ञाननंदा ने बाजी ड्रॉ कराई। भारत स्वर्ण पदक विजेता ईरान के बाद दूसरे स्थान पर रहा।
तीरंदाजी ज्योति, देवताले की स्वर्णिम हैट्रिक
भारत की अनुभवी कंपाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस देवताले ने शनिवार को स्वर्ण पदकों की हैट्रिक लगाई। इसके साथ ही भारतीय तीरंदाजों ने इन एशियाई खेलों में रिकॉर्ड 9 पदक अपनी झोली में डाले। कंपाउंड तीरंदाजों ने सभी 5 पदक जीतकर कोरिया का दबदबा तोड़ा। वहीं, अभिषेक वर्मा को रजत और अदिति स्वामी को कांस्य पदक मिला। रिकर्व तीरंदाजों ने शुक्रवार को दो पदक जीते थे जो ओलंपिक खेल में 13 साल में पहली बार हुआ है। इससे पहले भारत ने इंचियोन में 2014 में हुए खेलों में तीन पदक जीते थे। फोटो -प्रेट्र
क्रिकेट टीम ने जीता सोना
भारत और अफगानिस्तान के बीच शनिवार को यहां एशियाई खेलों के क्रिकेट मैच का फाइनल बारिश के कारण रद्द हो गया, जिससे रुतुराज गायकवाड़ की अगुवाई वाली टीम को उच्च वरीयता के कारण विजेता घोषित किया गया। पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी अफगानिस्तान की टीम ने 18.2 ओवर में 5 विकेट पर 112 रन बनाये थे। इसके बाद लगातार बारिश के कारण खेल नहीं हो सका।
बैडमिंटन में 41 साल बाद सात्विक, चिराग ने दिलाया गोल्ड
भारत के सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने दक्षिण कोरिया के चोइ सोलग्यु और किम वोन्हो को सीधे गेम में हराकर एशियाई खेलों की बैडमिंटन पुरुष युगल स्पर्धा में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीत लिया। दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने कई बार वापसी करते हुए पहला गेम 29 मिनट में जीता। दूसरे गेम में उन्होंने 15वीं रैकिंग वाली विरोधी टीम पर दबाव बनाते हुए 57 मिनट में जीत दर्ज की। इस साल मार्च में एशियाई चैम्पियनशिप में 58 साल बाद भारत को पदक दिलाने वाले सात्विक और चिराग ने भारत को 41 साल बाद एशियाई खेलों में पदक दिलाया है। लेरॉय डिसूजा और प्रदीप गंधे ने 1982 में कांस्य पदक जीता था। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली सात्विक और चिराग की पहली भारतीय जोड़ी है।
झज्जर के दीपक पूनिया ने जीता रजत
झज्जर के दीपक पूनिया की 86 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में ईरान के अपने आदर्श खिलाड़ी हसन यजदानी के सामने एक नहीं चली, जिससे भारतीय पहलवानों ने एशियाई खेलों की कुश्ती प्रतियोगिताओं में शनिवार को यहां छह पदकों के साथ अपने अभियान का अंत किया। दीपक ने एशियाई खेलों में अपने पदार्पण पर ही फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन ईरान के पहलवान के सामने वह कुछ खास नहीं कर पाए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। ‘केतली पहलवान’ के नाम से मशहूर 24 वर्षीय दीपक ईरान के पहलवान के खिलाफ एक भी अंक नहीं बना पाए। यजदानी ने पहले पीरियड में ही आठ अंक बना दिए थे और उन्होंने दूसरे पीरियड के शुरू में ही भारतीय खिलाड़ी पर तकनीकी दक्षता के आधार पर जीत दर्ज की। इस बीच यश तुनीर (74 किग्रा), विक्की (97 किग्रा) और सुमित मलिक (125 किग्रा) पदक दौर तक पहुंचे बिना खेलों से बाहर हो गए। भारत ने इस तरह से कुश्ती में कुल छह पदक जीते, लेकिन इनमें एक भी स्वर्ण पदक शामिल नहीं है। भारत को बजरंग पूनिया से सबसे बड़ी निराशा मिली, जो पदक नहीं जीत पाए। भारत ने 2018 में तीन पदक जीते थे, जिनमें बजरंग और विनेश के स्वर्ण पदक शामिल हैं।
सॉफ्ट टेनिस के क्वार्टर फाइनल में हारे
हांगझोउ (एजेंसी) : जय मीना, अनिकेत पटेल और रागा कुलंदावेलु के शनिवार को यहां एशियाई खेलों की एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में बाहर होने के बाद सॉफ्ट टेनिस में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में, मीना चीनी ताइपे के यू सुंग चांग से 40 मिनट में 1-4 (0-4, 4-6, 3-5, 6-4, 1-4) से, जबकि पटेल चीनी ताइपे के यू सुंग से हार गए। चांग 0-4 (1-4, 1-4, 1-4, 1-4) केवल 13 मिनट में हार गये। ओलंपिक टेनिस सेंटर में रागा महिला एकल क्वार्टर फाइनल में चीन की यू मा से केवल 20 मिनट में 1-4 (4-2, 2-4, 1-4, 3-5, 1-4) से हार गईं। सॉफ्ट टेनिस लॉन टेनिस का एक छोटा प्रारूप है। इसमें आम तौर पर रबर की गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है।