एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन, कार्रवाई की मांग
कलायत, 8 मई (निस)
अनाज मंडी व्यापारियों द्वारा सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड तथा वेयरहाउस द्वारा विभिन्न कारणों के परेशान करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम सत्यवान सिंह मान के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर जिम्मेवार अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
आढ़ती एसोसिएशन प्रधान सुरेंद्र नंबरदार व उपप्रधान प्रमोद कांसल, विजेंद्र कौलेखां, राजेंद्र कुमार, जोगेंद्र सिंह, अमरनाथ, राजकुमार व अन्य व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि अनाज मंडी में गेहूं की खरीद 12 अप्रैल से शुरू हो गई थी तथा मंडी व्यापारी इमानदारी के साथ गेहूं खरीदकर खरीद एजेंसियों के गोदामों में भेजते हैं। सरकार की हिदायतों अनुसार माल की खरीद के बाद 72 घंटो के अंदर अंदर उठान किया जाना होता है, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी गेहूं का उठान नहीं हुआ, जिसके कारण किसान के खाते में पेमेंट का भुगतान भी नहीं हो पर रहा। इस कारण किसान व व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड तथा वेयरहाउस द्वारा बगैर कारण बताए उनके द्वारा भेजी गई गेहूं की गाड़ी को रिजेक्ट कर दिया जाता है या फिर स्टोरेज के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है, जिसका सरकारी रिकार्ड में कोई लेखा-जोखा नहीं है व सरकार को भी मोटा चूना लगाया जा रहा है। मंडी व्यापारियों ने सरकारी खरीद एजेंसी पर यह भी आरोप लगाया कि गोदामों में 40 से 50 हजार गेहूं के कट्टों की जगह होने के बावजूद मिलीभगत कर प्राइवेट गोदामों में भेजा जा रहा है, जिसके कारण गेहूं उठान में भी देरी हो रही है।
उन्होंने कहा कि मंडी एसोसिएशन द्वारा सामूहिक रूप से निर्णय लिया गया है कि एजेंसी व ठेकेदारों के कारण गेहूं के उठान में देरी के कारण गेहूं की घटत के न तो रुपए देगी और न ही गेहूं देगी। मंडी व्यापारियों द्वारा ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जांच करवा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।