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हिमाचली सिनेमा के अस्तित्व को लेकर लोगों से सार्थक संवाद

07:07 AM Jun 29, 2024 IST
हिमाचली सिनेमा के अस्तित्व को लेकर लोगों से सार्थक संवाद
मंडी में शुक्रवार को हिमाचल फिल्म फेस्टिवल के दौरान कलाकारों और लोगों के साथ सिनेमा पर चर्चा करते अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा। -निस
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मंडी, 28 जून (निस)
प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी मंडी में जारी प्रथम हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल कांगणीधार स्थित संस्कृति सदन से बाहर निकल कर लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। ऐतिहासिक घंटाघर के संकन गार्डन में बाहर से आए अभिनेताओं और आयोजकों के साथ हिमाचली एवं भारतीय सिनेमा को लेकर स्थानीय लोगों के बीच खुला संवाद किया गया। नगर निगम मंडी की ओर से आयोजित इस सिनेमा संवाद में शहर के सिनेमा, कला एवं संस्कृति प्रेमियों ने शिरकत कर कई सवाल उठाए। सिनेमा संवाद में फिल्म जगत से जुड़े लोगों ने हिमाचली सिनेमा के भविष्य को लेकर फिल्म निर्माताओं, फिल्म फेस्टिवल और बाहर से आए कलाकारों के साथ गंभीर एवं सार्थक चर्चा की। हिमाचली सिनेमा का भविष्य क्या होगा, पंजाबी सिनेमा का हिमाचली सिनेमा पर प्रभाव कितना हावी होगा। इन सवालों के जवाब में मंडी से संबंध रखने वाले फिल्म डायरेक्टर पवन शर्मा ने कहा कि पंजाबी सिनेमा का नाच गाना कामयाबी का सबब नहीं है। हिमाचली सिनेमा को किसी की नकल करने के बजाय अपनी जड़ों की ओर लौटना होगा। वहीं पर अभिनेता आदित्य ओम ने कहा कि जब तक अपनी संस्कृति अपनी भाषा से प्रेम नहीं करेंगे, हिमाचली सिनेमा की सार्थकता पर सवालिया निशान लगा रहेगा।

अपनी जड़ों से कट चुके हैं हम :अखिलेंद्र मिश्रा

अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा ने खुले संवाद सत्र में कहा कि हम अपनी जड़ों से उखड़ चुके हैं। हम चाहते तो हैं कि पेड़ हरा भरा रहे, लेकिन हम पत्तों को पानी दे रहे हैं जबकि हमारी जड़ें सूख चुकी हैं। उन्होंने कहा कि आज दुर्भाग्य से न तो अच्छा साहित्य आ रहा है और न ही अच्छा सिनेमा, नतीजतन समाज में कितनी ही विकृतियां आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में भारत सरकार भी कुछ नहीं कर पा रही है । जबकि सरकार को चाहिए कि भारतीय सिनेमा या रंगमंच के लिए अलग से मंत्रालय बनाएं ताकि हम समाज को अच्छा संदेश दे सकें। उन्होंने कहा कि अपनी भाषा और परिवेश पर गर्व होना चाहिए। पहले जो समाज में होता था वो सिनेमा में दिखाया जाता था। लेकिन आज जो सिनेमा में दिखाया जा रहा है वो समाज में प्रभाव डाल रहा है। उन्होंने खुशी जतायी कि मंडी के ही हिंदी सिनेमा के जाने माने डायरेक्टर पवन शर्मा ने पहला हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन रतन ज्वैलर्स मंडी के सौजन्य से शुरू किया। इस अवसर पर नगर निगम के मेयर विरेंद्र भट्ट, अभिनेत्री सपना एवं पीहू व अन्य साहित्य संस्कृति प्रेमी मौजूद रहे।

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