एमबीबीएस चिकित्सकों को स्टडी लीव के दौरान मिलेगा पूरा वेतन
शिमला, 13 मई(हप्र)
हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने हायर स्टडी के लिए जाने वाले राज्य के एमबीबीएस डॉक्टर को स्टडी लीव के दौरान फिर से पूरा वेतन देने का फैसला किया है। सरकार ने यह फैसला डॉक्टर के भारी विरोध के बाद लिया है। इससे पहले सुक्खू सरकार ने एमबीबीएस डॉक्टरों को भी स्टडी लीव के दौरान केवल 40 फीसदी वेतन देने का ही फरमान सुनाया था लेकिन जब डॉक्टरों ने सरकार के इस फैसले का जबरदस्त विरोध किया तो सरकार को एक बार फिर अपने फैसले को पलटना पड़ा। हालांकि प्रदेश में स्टडी लीव के दौरान केवल एमबीबीएस चिकित्सकों को ही पूरा वेतन मिलेगा जबकि सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को अध्ययन अवकाश के दौरान चालीस प्रतिशत वेतन ही मिलता रहेगा।
प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार की ओर से इस आशय की अधिसूचना जारी की गई है। वित्त विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों को चालीस प्रतिशत वेतन लाभ ही प्राप्त होगा। सेवारत आईएएस, आइपीएस, आईएफएस अधिकारी व निचले स्तर के कर्मचारी भी अध्ययन अवकाश के दौरान पूरे वेतन से वंचित रहेंगे। हाल ही में प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार ने एलोपेथी चिकित्सकों को अध्ययन अवकाश के दौरान पूरा वेतन देने का निर्णय लिया था। सरकार स्नातकोत्तर अध्ययन और विशेष प्रशिक्षण लेने वाले एमबीबीएस चिकित्सकों को पूरा वेतन प्रदान करेगी। इससे पूर्व अध्ययन अवकाश पर जाने वाले चिकित्सकों को केवल 40 फीसदी वेतन मिलता था। इससे उनके लिए उच्च चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करना कठिन हो रहा था। 20 फरवरी को मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से 40 प्रतिशत वेतन की शर्त हटाने का वादा किया था।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को किया था आश्वस्त
इस वर्ष 20 फरवरी को आइजीएमसी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान चिकित्सकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से कहा था कि एमबीबीएस करने के बाद चिकित्सकों को एमडी करने के लिए जाना होता है। जोकि अनिवार्य है। ऐसे में एलोपेथी चिकित्सकों को इस शर्त से बाहर किया जाए। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को आश्वस्त किया था कि सरकार अध्ययन अवकाश के दौरान 40 प्रतिशत वेतन की शर्त के दायरे से बाहर करेगी।