मतदान करते कई बरस गुजरे, नहीं मिली मूलभूत सुविधाएं, किया चुनाव का बहिष्कार
सुरेंद्र मेहता /हप्र
यमुनानगर,15 सितंबर
यमुनानगर में लोगों को चुनाव में मतदान करते कई दशक बीत चुके हैं। कई सरकारें आईं और बदल गईं लेकिन लोगों को आज तक मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया नहीं करवाई गई। यमुनानगर में आज भी कई ऐसे इलाके हैं जहां पानी निकासी का प्रबंध नहीं है।
सड़कों की जगह कच्ची गलियां हैं, बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। आधे घंटे की बारिश में गलियां नदियों का रूप धारण कर लेती हैं। हर बार वर्ष में लोगों का नुकसान होता है लेकिन इस समस्या का कोई समाधान अभी तक नहीं हुआ।
यमुनानगर के राजीव गार्डन कॉलोनी के लोगों ने इन्हीं समस्याओं के चलते इस बार चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। बाकायदा गली में चुनाव बहिष्कार का बैनर भी लगा दिया है। जिसमें बहिष्कार के ऐलान और प्रशासनिक एवं सरकार के कार्यों के प्रति असंतोष प्रकट किया गया है। कॉलोनी निवासियों राजेन्द्र रावत, परमजीत कौर, सुमन शर्मा, रेखा रानी का कहना है कि वह पिछले कई चुनाव से लगातार मतदान करते आए हैं। लगातार सरकार बनाने में सहयोग करते आए हैं लेकिन इसके बाद चुनाव से पहले वादा करने वाले नेता सत्ता में आने के बाद उन्हें सुविधाएं देना भूल जाते हैं।
यमुनानगर में आज भी कई ऐसी कॉलोनी है जो अवैध बताई जा रही है जबकि वहां पूरी आबादी है। वर्षों से लोग नगर निगम को हाउस टैक्स दे रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अवैध कॉलोनी की श्रेणी में रखा गया है। इसी तरह शहर की कई कॉलोनी में आज भी पानी निकासी का प्रबंध नहीं है। आजाद नगर की लगभग सभी 12 गलियां वर्षा आने पर पानी में डूब जाती हैं। पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। इसी तरह लाजपत नगर में स्थितियां बनती है ,जब आधे घंटे की वर्षा के बाद पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। प्रशासन की ओर से कार्रवाई का आश्वासन जरूर दिया जाता है लेकिन हालात नहीं सुधरते। यमुनानगर में पानी निकासी के लिए करोड़ों रुपए की लागत से प्लान बनाया गया था ,जिसके तहत बड़े-बड़े पाइप डाले गए थे। बाद में बाइपास चौक के पास जाकर वह प्रोजेक्ट रुक गया। नतीजा यह है कि यमुनानगर के चौक चौराहों पर भी कई-कई फुट पानी जमा हो जाता है। जिसमें वाहन चालक की बार गिरकर चोटिल हो चुके हैं।