सनातन धर्म के लिए अनेक संतों ने दी कुर्बानी : महंत राजेंद्र दास
भिवानी, 11 नवंबर (हप्र)
उच्चतर शिक्षा विभाग के सौजन्य से चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी की अगुवाई में बीआरसीएम संस्थान में आयोजित एनएनएस राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी नितानंद महाराज की तपोभूमि जटेला धाम माजरा आश्रम के गद्दीनशीह महंत राजेंद्र दास महाराज ने शिरकत की। उन्होंने एनएनएस स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वयं सेवकों का कार्य राष्ट्र सेवा एवं समाज सेवा है। हमें अपने सनातन धर्म, देश की सभ्यता एवं संस्कृति पर पूर्णतया गर्व होना चाहिए। हमारे देश के अनेकों महान संतों ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी दी है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन को सार्थक बनाने के लिए प्रभु के नाम का सुमिरन करें तभी जीवन सार्थक होगा। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म के ग्रंथों में लिखित प्रत्येक शब्द में विज्ञान छिपा हुआ है, जरूरत है तो उसे समझने की और जानने की। उन्होंने युवाओं से देश के महान संतों के जीवन आदर्शों एवं वाणी को अपनाने और उनके द्वारा दिखाये गए सच्चाई, ईमानदारी के मार्ग पर चलने पर बल दिया।
राष्ट्र एकीकरण शिविर के सफल आयोजन के लिए कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी,डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सुरेश मलिक, बीआरसीएम निदेशक डॉ. एसके सिन्हा, कार्यक्रम अधिकारी डॉ समुंदर हुड्डा, डॉ. दीपक कुमारी सहित समस्त आयोजन समिति को बधाई दी और कार्यक्रम सराहना की। इस अवसर पर बीआरसीएम के निदेशक डॉ. एसके सिन्हा, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रांत अध्यक्ष पुष्पदीप डागर, एनएनएसएस प्रोग्राम अधिकारी डॉ. समुंदर हुड्डा, पीआरओ प्रभारी ऋषि शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र आदि उपस्थित रहे।