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लंबी में कई किसान नेता घरों में नजरबंद, मान गांव में नारेबाजी

07:12 AM Dec 06, 2024 IST
लंबी में कई किसान नेता घरों में नजरबंद  मान गांव में नारेबाजी
लंबी के गांव मान में नज़रबंद किसान नेता देवेंद्र सिंह द्वारा कानूनी दस्तावेज़ मांगने पर मोबाइल खंगालता पुलिस कर्मी। -निस
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डबवाली (लंबी), 5 दिसंबर (निस)
बठिंडा के लेलेआना गांव में गैस पाईप लाइन के लिए ज़मीन अधिग्रहण के खिलाफ किसान संघर्ष को टालने के लिए बृहस्पतिवार को पुलिस ने पुलिस ने भाकियू उग्राहां यूनियन के ब्लाक कोषाध्यक्ष मनोहर सिंह सिखवाला व गांव मान के प्रधान दविंडर सिंह समेत कई किसान नेताओं को घंटों तक घरों में नज़रबंद रखा। गांव मान में लोगों ने नज़रबंदी का विरोध किया। इसके अतिरिक्त सिंघेवाला, गांव किलियांवाली व खुड्डीयां गुलाब सिंह में ब्लाक प्रधान गुरपाश सिंघेवाला, उपाध्यक्ष डाॅ. पाला सिंह किलियांवाली व गुरतेज खुड्डीयां के घर पर भी दबिश दी। तीनों ही नेता घर में मौजूद नहीं थे। किसानों ने बताया कि नज़रबंदी के लिए पहुंचे पुलिस कर्मचारियों के पास मोबाइल में किसान नेताओं की तस्वीर के अलावा कोई दस्तावेज़ नहीं था।
मनोहर सिखवाला ने बताया कि पुलिस ने उसे घंटेभर घर में नज़रबंद रखा। मनोहर सिखवाला ने कहा कि उन्होंने पुलिस को बताया कि यूनियन द्वारा लेलेअना संघर्ष के लिए लंबी हलके को कोई आह्वान नहीं है। देवेंद्र सिंह वासी मान ने कहा कि उन्हें अढाई घंटे तक घर में बेवजह नज़रबंद रखा गया। नज़रबंदी का पता चलने पर ग्रामीण देवेंद्र सिंह के घर में एकत्रित हो गये और उन्होंने पुलिस के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी शुरू कर दी। ग्रामीणों द्वारा पूछने पर पुलिस कर्मियों को जवाब देना कठिन हो गया, मोबाइल में अधिकारियों द्वारा भेजी किसान नेता देवेंद्र सिंह की फोटो दिखा कर पुलिसकर्मी वहां से चले गए। यूनियन के ब्लाक प्रधान गुरपाश सिंघेवाला ने कहा कि घरों में नज़रबंदी हमारी आज़ादी पर हमला है। सरकार लोगों से उनके हक़ जबरन छीनने की राह पर चल रही है, जो कि लोकतान्त्रिक मर्यादायों का हनन है।
इस बारे में लंबी थाना के प्रभारी गुरमीत सिंह ने कहा कि अधिकारियों के निर्देशों पर किसानों के घरों में जनरल चैकिंग पर गई थी। किसी को नज़रबंद नहीं किया गया।

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