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Mann Ki Baat: चुनाव के बाद पीएम मोदी ने की 'मन की बात', पढ़ें क्या-क्या कहा

03:08 PM Jun 30, 2024 IST
नरेंद्र मोदी। पीटीआई फाइल फोटो
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नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा)

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव करार देते हुए रविवार को कहा कि इसमें 65 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में अपना अटूट विश्वास दोहराया है। ‘

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आकाशवाणी' के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात' की 111वीं कड़ी में देशवासियों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज देशवासियों को इस बात के लिए धन्यवाद भी देता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में अपना अटूट विश्वास दोहराया है। साल 2024 का चुनाव दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव कभी नहीं हुआ, जिसमें 65 करोड़ लोगों ने मत डाले हैं।''


प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग और मतदान की प्रक्रिया से जुड़े हर व्यक्ति को बधाई दी। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर इस साल आरंभ किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम' अभियान का उल्लेख किया और कहा कि इसके तहत पेड़ लगाने का अभियान तेजी से चल रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई अपनी मां के लिए पेड़ लगा रहा है। चाहे वह अमीर हो या गरीब, चाहे वह कामकाजी महिलाएं हों या घरेलू। इस अभियान ने मां के प्रति स्नेह जताने का समान अवसर दिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मां के नाम पेड़ लगाने के अभियान से अपनी मां का सम्मान तो होगा ही, साथ ही धरती मां की भी रक्षा होगी।''

प्रधानमंत्री ने 30 जून को मनाये जाने वाले ‘हूल दिवस' पर देशवासियों को बधाई दी और कहा देश के आदिवासी भाई-बहन इसे धूमधाम से मनाते हैं। उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानियों सिदो-कान्हू को याद करते हुए कहा कि इनका बलिदान आज भी देशवासियों को प्रेरित करता है।

उन्होंने इन दोनों स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित संथाली भाषा में एक गीत के कुछ अंश की रिकॉर्डिंग भी लोगों को सुनायी। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान पेरिस ओलंपिक का भी जिक्र किया और उम्मीद जताई की भारतीय दल इसमें उत्कृष्ठ प्रदर्शन करेंगे।

उन्होंने लोगों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए ‘चीयर4भारत' हैशटैग का इस्तेमाल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘इस हैशटैग के जरिए हमें अपने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाना है...तो इस गति को बनाए रखिए...आपकी ये गति...भारत का जादू दुनिया को दिखाने में मदद करेगी।''

मोदी के लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद ‘मन की बात' की यह पहली कड़ी है। ‘

मन की बात' कार्यक्रम की पिछली कड़ी का प्रसारण 25 फरवरी को हुआ था। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद लागू आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर इस कार्यक्रम का प्रसारण स्थगित कर दिया गया था। प्रधानमंत्री ने इसके 110वें संस्करण में कहा था कि अगली बार जब वह इस कार्यक्रम के जरिए लोगों से रुबरु होंगे तो नयी ऊर्जा और नयी जानकारी के साथ मिलेंगे।

खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद जताई

मोदी ने जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में आरंभ हो पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी के उत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए रविवार को भारतीय दल को शुभकामनाएं दीं और देशवासियों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का आग्रह किया।

‘आकाशवाणी' के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात' की 111वीं कड़ी में देशवासियों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में भारतीय खिलाड़ी ‘जी-जान' से जुटे हुए हैं और आने वाले दिनों में उन्हें भी भारतीय दल से मुलाकात और उनके उत्साहवर्धन का अवसर मिलने वाला है।

दुनिया का सबसे बड़ा खेल महाकुंभ यानी ओलंपिक खेलों का इस बार पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक आयोजन होने जा रहा है। भारतीय खिलाड़ी इन खेलों की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘अगले महीने इस समय तक पेरिस ओलंपिक शुरू हो चुके होंगे। मुझे विश्वास है कि आप सब भी ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का इंतजार कर रहे होंगे। मैं भारतीय दल को ओलंपिक खेलों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।''

तोक्यो ओलंपिक की यादें ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने हर भारतीय का दिल जीत लिया था। उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद से ही हमारे खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जी-जान से जुटे हुए हैं। सभी खिलाड़ियों को मिला दें तो इन सबने करीब 900 अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में हिस्सा लिया है। ये काफी बड़ी संख्या है।''

उन्होंने कहा कि निशानेबाजी में भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिभा निखरकर सामने आ रही है, टेबल टेनिस में पुरुष और महिला दोनों टीम क्वालीफाई कर चुकी हैं और भारतीय शॉटगन टीम में शूटर बेटियां भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस बार कुश्ती और घुड़सवारी में भारतीय दल के खिलाड़ी उन श्रेणियों में भी स्पर्धा करेंगे, जिनमें पहले वे कभी शामिल नहीं रहे।

कुछ महीने पहले संपन्न हुए विश्व पैरा एथलीट चैंपियनशिप में भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप ये अनुमान लगा सकते हैं कि इस बार (पेरिस ओलंपिक में) हमें खेलों में अलग स्तर का रोमांच नजर आएगा। आपको ध्यान होगा।'' उन्होंने कहा कि शतरंज और बैडमिंटन में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराया है।

उन्होंने कहा, ‘‘अब पूरा देश ये उम्मीद कर रहा है कि हमारे खिलाड़ी ओलंपिक में भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। इन खेलों में पदक भी जीतेंगे और देशवासियों का दिल भी जीतेंगे।''

प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में आने वाले दिनों में उन्हें भारतीय दल से मुलाकात का अवसर भी मिलने वाला है और इस दौरान वह देशवासियों की तरफ से उनका उत्साहवर्धन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ओलंपिक या अन्य किसी बड़ी स्पर्धा से पहले अक्सर भारतीय खिलाड़ियों से मुलाकात और उनका उत्साहवर्धन करते रहे हैं।

उन्होंने लोगों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए ‘चीयर4भारत' हैशटैग का इस्तेमाल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने कहा, ‘‘इस हैशटैग के जरिए हमें अपने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाना है...तो इस गति को बनाए रखिए...आपकी ये गति...भारत का जादू दुनिया को दिखाने में मदद करेगी।''

पेरिस ओलंपिक के लिए अभी तक पुरुष हॉकी टीम सहित 80 से अधिक भारतीय खिलाड़ियों ने पात्रता हासिल कर ली है। इन खेलों का पेरिस के अलावा फ्रांस के 16 अन्य शहरों में आयोजन किया जा रहा है। इन खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या 10,500 निर्धारित की गई है। इनमें 32 खेलों की 329 स्पर्धाओं का आयोजन किया जाना है। भारत ने चार साल पहले तोक्यो ओलंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके एक स्वर्ण सहित सात पदक जीते थे।

दुनियाभर में भारतीय संस्कृति का गौरव गान हो रहा

मोदी ने तुर्कमेनिस्तान में योग दिवस, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती मनाने और कैरेबियाई देशों में भारतीय विरासत का जश्न मनाये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि आज दुनियाभर में भारतीय संस्कृति का गौरव गान हो रहा है, जिसकी हर देशवासी खुशी मना रहे हैं।

‘आकाशवाणी' के मासिक रेडियो कार्यक्रम की 111वीं कड़ी को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही। इसके साथ ही उन्होंने कुवैत सरकार की ओर से राष्ट्रीय रेडियो पर भारतीय संस्कृति के विभिन्न रंगों को शामिल करते हुए शुरु किए गए हिन्दी के एक विशेष कार्यक्रम का भी जिक्र किया और इस ‘शानदार पहल' की सराहना की।

उन्होंने कहा कि ‘कुवैत रेडियो' पर हर रविवार को इसका प्रसारण आधे घंटे के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें भारतीय संस्कृति के अलग-अलग रंग शामिल होते हैं। हमारी फिल्में और कला जगत से जुड़ी चर्चाएं वहां भारतीय समुदाय के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। मुझे तो यहां तक बताया गया है कि कुवैत के स्थानीय लोग भी इसमें खूब दिलचस्पी ले रहे हैं।''

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कुवैत की सरकार और वहां के लोगों का हृदय से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने ये शानदार पहल की है।'' प्रधानमंत्री ने बताया कि तुर्कमेनिस्तान में इस साल मई में वहां के राष्ट्रीय कवि की 300वीं जयंती मनाई गई और इस दौरान वहां के राष्ट्रपति ने दुनिया के 24 प्रसिद्ध कवियों की प्रतिमाओं का अनावरण किया और इनमें से एक प्रतिमा गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की भी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘ये गुरुदेव का सम्मान है, भारत का सम्मान है।'' उन्होंने कहा कि इसी तरह जून के महीने में दो कैरेबियाई देश सूरीनाम और सेंट वेनिस और ग्रेनेडाइंस ने अपनी भारतीय विरासत को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया।''

उन्होंने बताया कि सूरीनाम में हिन्दुस्तानी समुदाय हर साल पांच जून को भारतीयों के आगमन दिवस और प्रवासी दिन के रूप में मनाया जाता है।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां तो हिन्दी के साथ ही भोजपुरी भी खूब बोली जाती है। सेंट वेनिस और ग्रेनेडाइंस में रहने वाले हमारे भारतीय मूल के भाई-बहनों की संख्या भी लगभग छह हजार है। उन सभी को अपनी विरासत पर बहुत गर्व है। एक जून को इन सभी ने भारतीय आगमन दिवस को जिस धूमधाम से मनाया, उससे उनकी ये भावना साफ झलकती है। दुनियाभर में भारतीय विरासत और संस्कृति का जब ऐसा विस्तार दिखता है तो हर भारतीय को गर्व होता है।''

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान पूरी दुनिया ने भरपूर उत्साह और उमंग के साथ मनाए गए 10वें योग दिवस का उल्लेख किया और कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित योग कार्यक्रम में भी कश्मीर में युवाओं के साथ-साथ बहनों–बेटियों ने भी योग दिवस में बढ़–चढ़कर हिस्सा लिया।

उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे योग दिवस का आयोजन आगे बढ़ रहा है, नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। दुनियाभर में योग दिवस ने कई शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं। सऊदी अरब में पहली बार एक महिला अल हनौफ साद ने योग दिवस कार्यक्रम की अगुआई की। ऐसा पहली बार है जब किसी सऊदी महिला ने ऐसा किया।''

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार मिस्र में इस बार योग दिवस पर एक फोटो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और नील नदी के किनारे रेड सी के किनारों पर और पिरामिडों के सामने - योग करते, लाखों लोगों की तस्वीरें बहुत लोकप्रिय हुईं।

उन्होंने इस क्रम में म्यांमा, श्रीलंका, भूटान और अमेरिका सहित दुनियाभर के विभिन्न स्थानों पर योग दिवस के अवसर पर मनाए गए कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमें योग को केवल एक दिन का अभ्यास नहीं बनाना है। आप नियमित रूप से योग करें। इससे आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलावों को जरूर महसूस करेंगे।''

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान एक रेडियो कार्यक्रम की ऑडियो क्लिप भी लोगों को सुनाई और बताया कि ये कुवैत रेडियो के एक प्रसारण से संबंधित है।

उन्होंने कहा, ‘‘अब आप सोचेंगे कि बात हो रही है कुवैत की तो वहां हिन्दी कहां से आ गई ? दरअसल, कुवैत सरकार ने अपने राष्ट्रीय रेडियो पर एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है। और वह भी हिन्दी में। ‘कुवैत रेडियो' पर हर रविवार को इसका प्रसारण आधे घंटे के लिए किया जाता है।''

उन्होंने कहा, ‘‘इसमें भारतीय संस्कृति के अलग-अलग रंग शामिल होते हैं। हमारी फिल्में और कला जगत से जुड़ी चर्चाएं वहां भारतीय समुदाय के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। मुझे तो यहां तक बताया गया है कि कुवैत के स्थानीय लोग भी इसमें खूब दिलचस्पी ले रहे हैं। मैं कुवैत की सरकार और वहां के लोगों का हृदय से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने ये शानदार पहल की है।''

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