मणिपुर भीड़ ने पुलिस बटालियन से लूटे हथियार
इंफाल, 4 अगस्त (एजेंसी)
मणिपुर हिंसा के ताजा हालात के बीच बिष्णुपुर जिले में भीड़ ने द्वितीय इंडिया रिजर्व बटालियन के मुख्यालय में घुसकर घातक हथियार और गोलियां लूट लीं। अधिकारियों ने बताया कि चुराचांदपुर की ओर मार्च करने के लिए बहुसंख्यक समुदाय एक भीड़ नारानसीना में इकट्ठा हुई थी, जहां आदिवासी राज्य में तीन मई को भड़की जातीय हिंसा में मारे गए समुदाय के लोगों को सामूहिक रूप से दफनाने की योजना बना रहे थे।
अधिकारियों के मुताबिक, भीड़ ने विभिन्न बंदूक की 19,000 राउंड से अधिक गोलियां, एक असॉल्ट राइफल, 3 ‘घातक' राइफल, 195 सेल्फ-लोडिंग राइफल, पांच एमपी-4 बंदूक, 16.9 एमएम की पिस्तौल, 25 बुलेटप्रूफ जैकेट, 21 कार्बाइन, 124 हथगोले सहित अन्य हथियार लूट लिए। आदिवासियों द्वारा जातीय संघर्ष में मारे गए लोगों को सामूहिक रूप से दफनाने की योजना ने राज्य में नये सिरे से तनाव पैदा कर दिया है। बहुसंख्यक समुदाय इस योजना का विरोध कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि भीड़ जुटने पर लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद बिष्णुपुर जिले के कांगवई और फौगाकचाओ में शवों को दफनाए जाने वाले स्थल की ओर निकाले जा रहे जुलूस को रोकने के लिए सेना और त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इड़पों में 25 से अधिक लोग घायल हो गए। बहुसंख्यकों ने इंफाल में दो अन्य शस्त्रागारों को भी लूटने का प्रयास किया, लेकिन उसे विफल कर दिया गया।
कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील
लोगों को जरूरी सामान खरीदने का समय देने के लिए इंफाल ईस्ट और वेस्ट जिलों में शुक्रवार को सुबह पांच बजे से सात घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी है। इससे पहले राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की ताजा घटनाओं के बाद प्रशासन ने बृहस्पतिवार को पूर्व घोषित छूट को वापस लेते हुए एहतियात के तौर पर दोनों जिलों में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था। इस बीच, संयुक्त बलों ने संवेदनशील और सीमांत क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाकर सात अवैध बंकरों को नष्ट किया।