‘जीपीएस’ की अनिवार्यता ने लगाया लिफ्टिंग में अड़ंगा, थोड़ी आवक में ही भर गई मंडी
07:52 AM Oct 03, 2023 IST
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जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 2 अक्तूबर
हरियाणा में धान सीजन से पूर्व कभी आढ़तियों और कभी किसानों के सरकार के साथ टकराव की स्थिति रही। इस बार जब सब कुछ ठीक है तो अब ‘जीपीएस सिस्टम की अनिवार्यता’ के कारण लिफ्टिंग में अड़ंगा लग गया है और वह बुरी तरह से प्रभावित होकर रह गई है। यही कारण है कि उठान नहीं होने से मामूली सी आवक में ही क्षेत्र की सबसे बड़ी अम्बाला शहर की मंडी भरी भरी सी दिखाई देने लगी है। बताया गया है कि बाजार में अच्छी किस्म के पर्याप्त जीपीएस सिस्टम उपलब्ण्ध नहीं हैं। दरअसल इस बार सरकार ने इस बार सख्ती से धान लिफ्टिंग में लगे ट्रकों में जीपीएस सिस्टम लगा होना अनिवार्य किया है। जिन ट्रकों में यह नहीं होगा उन्हें गेट पास नहीं दिया जाएगा। बस इसी कारण लिफ्टिंग शुरू से ही पूरी तरह प्रभावित होकर रह गई। शहर की अनाज मंडी में आई कुछ हजार क्विंटल धान से ही मंडी पूरी तरह भरी नजर आ रही है।
मिलरों के ट्रक खाली खड़े हें मंडी में
मिलरों के खाली ट्रक लिफ्टिंग के लिए तैयार खड़े हैं लेकिन उन्हें मंडी से बाहर धान ले जाने के लिए गेट पास नहीं मिल रहे। शहर क्षेत्र में करीब 5 दर्जन शैलर हैं जो सरकार के ए श्रेणी के धान की मिलिंग का काम करते हैं। राइस मिलर एसोसिएशन के प्रधान संजय गर्ग की माने तो लगभग सभी मिलरों के पास 2-2 ट्रक हैं, इसके अलावा ठेकेदार के अपने वाहन भी लिफ्टिंग में लगते हैं। अच्छी किस्म के जीपीएस सिस्टम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होने के कारण अभी तक मात्र कुछ ही ट्रकों पर यह सिस्टम लग पाया है। मिलर अपने वाहनों पर इसे लगवाने का प्रयत्न कर रहे हैं।
क्या कहते हैं प्रधान
आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान दूनीचंद दानीपुर, मार्केट कमेटी के निवर्तमान वाइस चेयरमैन भारत भूषण अग्रवाल की मानें तो अभी तक नार्मल धान मंडी में आ रहा है जिसे मामूली से हवा और धूप लगते ही वह पूरी तरह से सूख जाता है। ऐसे में मंडी को जाम से बचाने के लिए रोजाना आ रहे धान को तुरंत लिफ्ट किए जाने की जरूरत है।
रकार ने सख्ती से लिफ्टिंग वाहनों में जीपीसीएस सिस्टम लगवाना अनिवार्य किया हुआ है। ऐसे में मंडी से वही ट्रक धान लेकर निकलेगा जिसके ट्रक में उकत सिस्टम लगा होगा। बिना सिस्टम लगे वाहनों को धान लिफ्टिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी।
-अमित कुमार, डीएम हैफेड अम्बाला।
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