वैश्विक अकाउंटेंट एजुकेशन को बढ़ावा देगी मानव रचना
फरीदाबाद, 3 जून (हप्र)
मानव रचना इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) के स्कूल ऑफ कॉमर्स ने मास्टर ऑफ कॉमर्स स्तर पर सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट योग्यता प्रदान करने के लिए प्रीमियम कंसल्टिंग फर्म ग्रांट थॉर्नटन भारत के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन के तहत छात्र एम कॉम के साथ सीपीए सर्टिफिकेशन में डुअल डिग्री पाएंगे, जो कि संस्थान की छात्रों को उद्योग प्रासंगिक वैश्विक मान्यता प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
ये समझौता छात्रों को सीपीए के साथ दो वर्षीय एम कॉम कोर्स करने का मौका देगा। इसके तहत उन्हें फाइनेंशियल रिपोर्टिंग, ऑडिटिंग, कॉर्पोरेट प्रशासन और यूएस टैक्सेशन सहित कई अकाउंटिंग क्षेत्रों की जानकारी मिलेगी। इसके साथ छात्र ग्लोबली सर्टिफाइड अकाउंटेंट के तौर पर करियर बनाने के मार्ग पर आगे बढ़ सकेंगे।
मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन हमारे छात्रों को अकादमिक उत्कृष्टता और उद्योग प्रासंगिकता का अनुभव प्रदान करने के हमारे निरंतर प्रयासों का प्रमाण है। हम एम कॉम कार्यक्रम के साथ सीपीए सर्टिफिकेशन को साथ लाकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे छात्र वैश्विक अकाउंट उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें।
एमआरआईआईआरएस कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रांट थॉर्नटन भारत के साथ हमारा सहयोग हमारे पाठ्यक्रम को व्यावहारिक उद्योग ज्ञान से समृद्ध करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह छात्रों को एक समग्र शिक्षा प्रदान करने के हमारे उद्देश्य को स्पष्ट करता है।
सिद्धार्थ तलवार, पार्टनर ग्रांट थॉर्नटन ने कहा कि हमारा उद्देश्य छात्रों को कुशल वैश्विक प्रमाणित अकाउंटेंट के रूप में तैयार करना है, जिससे कि छात्रों की अकादमिक जानकारी को व्यावहारिक औद्योगिक प्रैक्टिस में इस्तेमाल किया जा सके। इस साझेदारी में विशेषज्ञों के नेतृत्व में कार्यशालाओं, व्याख्यानों और सेमिनार का आयोजन कर छात्रों को औद्योगिक शिक्षा के साथ व्यवहारिक अनुभव प्रदान किया जाएग।