भारत में महिला शिक्षा के अग्रदूत थे महात्मा फुले
करनाल (हप्र) : डीएवी पीजी कॉलेज में पत्रकारिता एंव जनसंचार विभाग के तत्वावधान में महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि पर उनको नमन करते हुए पुष्प अर्पित किये। कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने महात्मा ज्योतिबा फुले के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि वह भारत में महिला शिक्षा के अग्रदूत थे। उन्होंने कहा कि ज्योतिबा बहुत बुद्धिमान थे। उन्होंने मराठी में अध्ययन किया। वे महान क्रांतिकारी, भारतीय विचारक, समाजसेवी, लेखक एवं दार्शनिक थे। स्त्रियों की शिक्षा को लेकर लोग उदासीन थे, ऐसे में ज्योतिबा फुले ने समाज को इन कुरीतियों से मुक्त करने के लिए बड़े पैमाने पर आंदोलन चलाए। उन्होंने महाराष्ट्र में सर्वप्रथम महिला शिक्षा तथा अछूतोद्धार का काम आरंभ किया था। उन्होंने पुणे में लड़कियों के लिए भारत की पहला विद्यालय खोला। लड़कियों और दलितों के लिए पहली पाठशाला खोलने का श्रेय ज्योतिबा को दिया जाता है। उन्होंने किसानों और मजदूरों के हकों के लिए भी संगठित प्रयास किया था। इस मौके पर जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विजय कुमार, राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बलराम शर्मा, प्रो. गुरदेव सिंह व अन्य मौजूद रहे।