मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

Maha Kumbh 2025 : कुंभ में जा रहे हैं तो चखना ना भूलें प्रयागराज की ये खास डिशेज, वरना बाद में पछताएंगे...

08:23 PM Feb 02, 2025 IST
featuredImage featuredImage
प्रयागराज में मंगलवार को महाकुंभ में त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने के लिए उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब। - प्रेट्र

चंडीगढ़, 2 फरवरी (ट्रिन्यू)

Advertisement

Maha Kumbh 2025 : प्रयागराज में इस वक्त दुनिया का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ चल रहा है, जिसमें स्नान करने के लिए रोजाना लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग त्रिवेणी संगम पहुंच रहे हैं। कुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है, जो आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को देखने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।

हालांकि महाकुंभ सिर्फ आस्था की डुबकी, घूमने का अवसर की नहीं बल्कि नए व अनोखे स्वाद को चखने का भी मौका है। अगर आप कुंभ जा रहे हैं तो उत्तर प्रदेश के खास डिशेज के जरिए अलग स्वाद का मजा ले सकते हैं।

Advertisement

सैनिक छोला समोसा

खाने के शौकीन है तो सैनिक स्वीट्स के समोसा का स्वाद लेना ना भूलें। आलू से भरे समोसे के साथ मसालेदार छोले खाने का मजा ही कुछ और है। साथ ही इमली की चटनी, दही, प्याज, धनिया और सेव इस डिश का स्वाद कई गुना बढ़ा देते हैं।

पंडित जी की चाट

यह दुकान चाट के लिए बेहद मशहूर है। वे आलू टिक्की, टमाटर चाट, पानी पूरी, दही वड़ा और गुलाब जामुन सहित कई तरह के स्नैक्स और चाट के विकल्प देते हैं।

देहाती रसगुल्ला

देहाती रसगुल्ला मिठाइयों और डेजर्ट के लिए मशहूर है। 1984 में खुलने के बाद, यह जल्द ही लोगों की पसंदीदा बन गई और अब यह देसी घी में बने गुलाब जामुन के लिए मशहूर है।

मसाला चुरमुरा

इसमें कोई शक नहीं कि मसाला चुरमुरा प्रयागराज के सबसे मशहूर और अनोखे स्ट्रीट फूड में से एक है। वैसे तो आप इसे शहर के लगभग हर गली के कोने पर पा सकते हैं लेकिन सिविल लाइंस में इसका स्वाद सबसे अच्छा है। ताजे मुरमुरे, नींबू, कुछ मसालों, भुने हुए छोले, मूंगफली और चाट मसाले से बनी इस स्ट्रीट फूड का स्वाद आप कभी नहीं भूल पाएंगे।

तंदूरी चाय

सर्दियों की सुबह एक कप गर्म चाय के बिना अधूरी है। मेले में एक स्टॉल है जो एक अलग तरह की चाय परोसता है। यहां, आप कुल्हड़ में गर्मा-गर्म तंदूरी चाय पी सकते हैं। मिट्टी के बर्तन या कुल्हड़  में पकने के बाद इस चाय को कुछ चटपटे मसालों के साथ परोसा जाता है, जो इसके अनोखे स्वाद को और भी बढ़ा देते हैं और इसलिए इसका नाम 'तंदूरी चाय' पड़ा।

कंदमूल

क्या आप जानते हैं कि जब भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनवास गए थे तो राज परिवार कंदमूल नामक ड्रम के आकार का फल खाता था? आप इस अनोखे फल का स्वाद कुंभ मेले में ही ले सकते हैं। कंदमूल भूरे रंग की त्वचा वाले ढोल की तरह दिखता है और इसका गूदा नारियल के रस जैसा स्वाद देता है।

दही-जलेबी

दही-जलेबी सुनने में बहुत अजीब लगता है लेकिन यकीन मानिए एक बार इसे खाने के बाद आप इसका स्वाद कभी नहीं भूल पाएंगे। अगर आपको खट्टा-मीठा खाने का शौक है तो आपको यह कॉम्बिनेशन जरूर पसंद आएगा। इसका स्वाद चखने के लिए प्रयागराज की हीरा हलवाई की दुकान पर जरूर जाएं।

Advertisement
Tags :
Dainik Tribune newsEkta Ka MahakumbhHindi NewsKumbh Mela CuisineKumbh Mela in FoodKumbh Mela in Prayagrajlatest newsMahakumbh 2025Mahakumbh MelaPrayagraj Famous FoodsPrayagraj MahakumbhPrayagraj Mahakumbh 2025दैनिक ट्रिब्यून न्यूजमहाकुंभ 2025महाकुंभ मेलाहिंदी न्यूज