Maha Kumbh 2025 : अमित शाह ने संगम में संतों के मंत्रोच्चार के बीच आस्था की लगाई डुबकी, देखें तस्वीरें
महाकुंभ नगर (उप्र), 27 जनवरी (भाषा)
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचकर त्रिवेणी संगम में संतों के मंत्रोच्चार के बीच आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने कहा कि महाकुंभ सनातन संस्कृति की अविरल धारा का अद्वितीय प्रतीक है। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे। महाकुंभ समरसता पर आधारित हमारे सनातन जीवन-दर्शन को दर्शाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह सोमवार को महाकुंभ के पवित्र स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पहुंचे। शाह की पत्नी सोनल शाह, बेटे जय शाह और उनकी पत्नी ऋषिता तथा उनके बच्चों ने महाकुंभ में अनुष्ठान किए। शाह ने दोपहर 'जल आचमन' किया, सूर्य को जल अर्पित किया और कुछ शीर्ष संतों के मार्गदर्शन में अन्य अनुष्ठान किए। संत समाज ने उन्हें वैदिक विधि से स्नान करवाया।
मां गंगा का पावन जल गृह मंत्री पर छिड़ककर पूजा-अर्चना कराई। संगम स्नान के बाद में शाह ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पवित्र त्रिवेणी संगम पर सामाजिक समरसता और सद्भाव के प्रतीक ‘महाकुंभ' में पूज्य संतजनों के सान्निध्य में स्नान कर अभिभूत और भावविभोर हूं।'' उन्होंने कहा, मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती से सभी के कल्याण की कामना करता हूं।''
शाह ने एक अलग पोस्ट में कहा, ‘‘महाकुंभ देशवासियों में एकता और सनातन परंपराओं के प्रति गौरव के भाव को भी बढ़ा रहा है। संगम तट पर परिवार के साथ पूजा-अर्चना कर देशवासियों की समृद्धि और उन्नति की प्रार्थना की।''संगम स्नान के दौरान बाबा रामदेव और सतुआ बाबा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अलग से डुबकी लगवाई।
संगम स्नान के बाद स्वामी रामदेव ने मुख्यमंत्री योगी का हाथ पकड़कर विशेष योग आसन ताड़ासन भी कराया। स्नान के बाद गृह मंत्री और मुख्यमंत्री ने संगम पर ही विशेष पूजा अर्चना की और संगम आरती में भी हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह मंत्री को कुम्भ कलश भी भेंट में दिया, जबकि साधु संतों ने उन्हें माला पहनाई और चंदन तथा टीका लगाया।
मुख्यमंत्री योगी ने भी वीआईपी घाट पर डुबकी लगाई। पहले वह शाह के साथ थे, लेकिन जब वरिष्ठ भाजपा नेता डुबकी लगा रहे थे तो आदित्यनाथ समूह के पीछे चले गए। जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंद गिरि ने आदित्यनाथ से अनुष्ठान में शामिल होने के लिए कहा और मुख्यमंत्री फिर से आगे आए।
इस दौरान निरंजनी पीठाधीश्वर कैलाशानंद और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी समेत कई प्रमुख संत मौजूद थे। शाह के बेटे जय शाह ने संगम पर 'आरती' सहित कई अनुष्ठानों में भाग लिया। शीर्ष संतों ने जय शाह और ऋषिता के हाल ही में जन्मे बच्चे को भी आशीर्वाद दिया। उनकी बड़ी बेटी आरती के दौरान उनके साथ थी।