Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ में देवलोक की अनुभूति कराएंगे 30 पौराणिक द्वार, जानें और क्या होगा खास
महाकुंभ नगर, 7 जनवरी (भाषा)
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को देवलोक की अनुभूति कराने के लिए मेला प्रशासन पूरे क्षेत्र में 30 पौराणिक द्वारों का निर्माण करा रहा है। मेला प्रशासन के मुताबिक, क्षेत्र में एक द्वार पर विशाल डमरू बनाया गया है तो अन्य पर कच्छप, समुद्र मंथन व नंदी द्वार।
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए कारीगरों ने इन द्वारों का निर्माण किया है। मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सबसे पहले मेला क्षेत्र में प्रवेश करते ही 14 रत्न वाला द्वार श्रद्धालुओं का स्वागत करता दिखाई देगा। इस द्वार में ऐरावत, कामधेनु गाय, घोड़ा, कौस्तुभ मणि, कल्पवृक्ष, रंभा अप्सरा, महालक्ष्मी, चंद्रमा, सारंग धनुष, शंख, धन्वंतरि, अमृत कलश आदि शामिल हैं।
इसके बाद नंदी द्वार और भोले भंडारी का विशालकाय डमरू नजर आएगा, जिसकी लंबाई 100 फुट और ऊंचाई लगभग 50 फुट से भी अधिक है। उन्होंने बताया कि इस विशालकाय डमरू को बनाने में बड़ी संख्या में कारीगर जुटे हैं। इसके अलावा समुद्र मंथन द्वार और कच्छप द्वार समेत 30 विशेष तोरण द्वार श्रद्धालुओं को पौराणिकता की अनुभूति करा रहे हैं।