Mafia हरियाणा में नूंह के पास 22 अरब का पहाड़ चट कर गया खनन माफिया
विवेक बंसल/हप्र
गुरुग्राम, 5 दिसंबर
नूंह जिले में राजस्थान की सीमा पर स्थित एक पूरा पहाड़ खनन माफिया चट कर गया। यह पहाड़ अरावली पर्वतमाला का सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र का हिस्सा है।
खनन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार उपमंडल फिरोजपुर झिरका के रवा, नाहारिका, चितोड़ा गांव में माफिया द्वारा 85,85,7770 मीट्रिक टन का अवैध खनन पाया गया है। इसकी कीमत लगभग 22 अरब रुपए बनती है। लगभग 2 वर्ष पहले राजस्थान की सीमा पर हरियाणा का लगभग 600 मीटर पहाड़ अचानक गिर गया था। इसको लेकर खनन विभाग और वन विभाग द्वारा खानापूर्ति के लिए मुकदमे भी दर्ज कराए गए लेकिन आज तक किसी मुकदमे में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।
फिरोजपुर झिरका की एसडीएम चिनार ने इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को एक पत्र लिखा है। पत्र के अनुसार गांव रवा, चितोड़ा, नाहारिका गांव की सीमा राजस्थान के भरतपुर जिले के पहाड़ी तहसील के पास लगे नागल क्रेशर जोन से लगती है। नागल क्रेशर जोन में राजस्थान सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त लीज लगी हुई है। इन्हें लीज होल्डर ने राजस्थान सरकार से पट्टे पर यह लीज ली हुई है। इसका राजस्थान के नागल के लीज होल्डर पूरा फायदा उठाते हैं।
उपमंडल अधिकारी डॉ. चिनार चहल ने बताया कि खनन माफिया ने लगभग 85,85,7770 मीट्रिक टन का अवैध खनन किया। इसकी कीमत लगभग 22 अरब रुपए बनती है। उन्होंने उपायुक्त को अवगत करा दिया है। अवैध खनन के दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई कर रिकवरी की जायेगी। इससे पहले एक युवा आईएएस अधिकारी ने अवैध खनन माफियाओं से टकराने की कोशिश करते हुए पहाड़ों की पैमाइश शुरू कराई। लेकिन जैसे ही पैमाइश का कार्य शुरू हुई, वैसे ही उस आईएएस अधिकारी का स्थानांतरण कर दिया गया।
रोक के बावजूद राजस्थान के लीज धारक करते हैं खनन
हरियाणा में न्यायालय के आदेश के अनुसार खनन कार्यों पर पूर्णतया प्रतिबंध है। उसके बावजूद रवा, नाहरिका चितोड़ा गांव के हिस्से के पहाड़ में अवैध खनन राजस्थान के कुछ लीज धारकों द्वारा किया गया।