फिल्मों जैसी रोचक सितारों की प्रेम कथाएं
असीम चक्रवर्ती
बात की शुरुआत कैटरीना कैफ से करना ज्यादा ठीक होगा। एक इवेंट में विकी कौशल से उनका जोरदार परिचय हुआ था। बाद में पश्चिम से आई कैट ने जिस तरह से अपने प्यार को एक सुखद मोड़ दिया, उसकी चर्चा हमेशा होती रहेगी। सलमान और रणबीर कपूर के संदर्भों में कैट ने काफी सबक सीखा था। आज वे भारतीय संस्कृति में रंगी नजर आती हैं। बॉलीवुड के प्रेम किस्सों में इस तरह के प्यार की बातें कम सुनने को मिलती हैं। यह सिर्फ एक उदाहरण है। कुछ इससे भी बेहतर उदाहरण मौजूद हैं। जरा उन चुनींदा प्रेम कहानियों पर नजर डालें-
डिंपल,सनी का खामोश इजहार
67 के सनी, 66 की डिंपल -इन दोनों के बीच प्यार का अंकुर कब फूटा इसे लेकर कई कपोल-कल्पित कहानियां मशहूर हैं। असल में 1984 की फिल्म ‘मंजिल-मंजिल’ की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई थी। इस फिल्म में एक दृश्य है,जब अनजाने में दोनों भांग का शरबत पीकर अजीब-अजीब हरकतें करते हैं। फिर 1985 की ‘डकैत’ में भी दोनों ने साथ काम किया। लेकिन 1989 की फिल्म ‘आग का गोला’ के बाद पहली बार ऐसा लगा कि गहरी दोस्ती प्यार में तब्दील हो चुकी है। सनी के परिवार ने इस पर कई बार पाबंदी लगाने की कोशिश की,पर कोई असर नहीं हुआ। आज यह रिश्ता अटूट है। डिंपल बीमार होती हैं,तो उसका ख्याल रखने में सनी कोई कमी नहीं बरतते।
कंगना-रितिक का विवादास्पद प्यार
2010 की ‘काइट्स’ की शूटिंग के दौरान दोनों में दोस्ती हुई। लेकिन 2013 की ‘कृष-3’ के बाद पहली बार लगा कि दोनों के बीच प्यार की खिचड़ी पक चुकी है। बाद में कंगना के बयानों से साफ लगता है कि उन्होंने दिल से रितिक से मोहब्बत की थी। कुरेदने पर कंगना के दिल में रितिक की बेवफाई की कसक आज भी महसूस हो सकती है।
सलमान की संगीता
सलमान और मॉडल अभिनेत्री संगीता बिजलानी ने 1986 में परस्पर डेटिंग शुरू की। उनका रिश्ता नौ साल चला। साल 1994 में सलमान संगीता से शादी करने का पूरा मन बना चुके थे। लेकिन संगीता पीछे हट गईं। साल 1996 में दोनों का ब्रेक हो गया। फिर संगीता का अफेयर क्रिकेटर अजहरूद्दीन से हुआ। दोनों ने शादी कर ली। पर यह शादी ज्यादा दिन नहीं टिकी। इसके बाद संगीता सलमान की जिंदगी में फिर वापस आई,पर दोस्त बन कर।
संध्या के बिना अधूरे शांताराम
अब जरा अतीत की कुछ लव स्टोरी पर गौर फरमाएं। वी.शांताराम और संध्या की प्रेम कहानी उनकी क्लासिक फिल्म ‘झनक-झनक पायल बाजे’ से शुरू हुई। अपने से 34 साल छोटी संध्या से उन्होंने पहली पत्नी जयश्री को तलाक देने के बाद शादी की थी। शांताराम ने अपनी जीवनी में संध्या के बारे में ढेरों बातें लिखी हैं। जैसे कि-वह पूरी तरह से कला साधना को समर्पित थीं। अभिनेत्री होते हुए भी बिल्कुल मेकअप न करनेवाली,साधारण सफेद साड़ी में दूसरों से अलग दिखनेवाली संध्या ने मेरे जीवन मे कला सहचरी के रूप में प्रवेश किया।
चंदुलाल की गौहर
किसी जमाने के दिग्गज निर्माता और रणजीत मूवीटोन के मालिक चंदूलाल शाह और गौहर को मिलवाने वाली फिल्म का नाम ‘पति-पत्नी’ था। इसके बाद अरसे तक विवाह की औपचारिकता न निभाते हुए भी यह जोड़ी आखिर तक एक-दूसरे के प्रति एकनिष्ठ रही।
देव-सुरैया का वह प्यार
अभिनेत्री सुरैया और देव आनंद ने एक साथ कई फिल्में की थी। ऐसे में जब यह खबर आई कि दोनों में गहरा प्यार है। सुरैया की दादी के विरोध के कारण यह प्रेम प्रकरण सफल नहीं हो सका। बाद में सुरैया ने माना कि इसके मूल में धर्म की भिन्नता थी। सुरैया ने ताउम्र शादी नहीं की। पुराने दौर के फिल्मवालों की प्रेम कहानियों के ऐसे कई उदाहरण मौजूद हैं।

मधुबाला के दिलीप
कभी मधुबाला के प्रेमी के तौर पर प्रेमनाथ और दिलीप कुमार का नाम लिया जाता था। पर ऐसा कहा जाता है कि मधुबाला ने दिलीप कुमार से सच्चा प्यार किया था। बाद में प्रेमनाथ ने भी कहा था कि दिलीप ने मधु के प्यार को नहीं समझा। इसमें कितनी सच्चाई है,इसका जिक्र करने का अभी शायद कोई मतलब नहीं है।