Love Education: चीन के कालेजों में पढ़ाया जाएगा कैसे करें प्यार, जानें क्या है इसकी वजह
चंडीगढ़, 7 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Love Education: चीन ने दशकों तक अपनी बढ़ती आबादी पर नियंत्रण पाने के लिए वन चाइल्ड पॉलिसी लागू की थी, लेकिन अब वह इसी नीति के दुष्प्रभावों से जूझ रहा है। देश की घटती प्रजनन दर और युवाओं में रिश्तों के प्रति बढ़ती उदासीनता ने चीन को नई रणनीतियों की ओर धकेल दिया है। इस क्रम में, चीन ने अब अपने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को छात्रों को लव एजुकेशन यानी "प्यार के पाठ" पढ़ाने का निर्देश दिया है।
वन चाइल्ड पॉलिसी के कारण बनी सामाजिक और मानसिक धारणाओं ने युवाओं में शादी और परिवार को लेकर नकारात्मकता को जन्म दिया है। चाइना पॉपुलेशन न्यूज द्वारा किए गए एक सर्वे में यह सामने आया कि देश के 57% कॉलेज छात्र रिश्तों में रुचि नहीं रखते। उनका कहना है कि वे पढ़ाई और रोमांस के बीच संतुलन बनाने में असमर्थ हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन की सरकार का मानना है कि रिश्तों और विवाह को लेकर सकारात्मक सोच विकसित करना समय की जरूरत है। इसके लिए कॉलेजों को छात्रों को विवाह और प्यार के महत्व को समझाने वाले पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।छात्रों को जनसंख्या प्रवृत्ति, शादी, और परिवार से जुड़े आधुनिक विचारों पर शिक्षित किया जाएगा। यह पाठ्यक्रम न केवल रिश्तों को समझने में मदद करेगा, बल्कि छात्रों को भावनात्मक रूप से मजबूत बनाएगा।
घट रही प्रजनन दर
चीन की आबादी वर्तमान में 1.4 अरब है, लेकिन यह तेजी से बूढ़ी होती जा रही है। घटती प्रजनन दर के चलते भविष्य में कामकाजी उम्र की आबादी कम हो सकती है, जिससे अर्थव्यवस्था और सरकारी खर्च पर दबाव बढ़ेगा। चीन सरकार को उम्मीद है कि कॉलेज के छात्र, जो समाज का शिक्षित और युवा वर्ग हैं, प्रजनन दर बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्ष
छात्रों के बीच रिश्तों और शादी के प्रति दिलचस्पी कम होने के पीछे व्यवस्थित और वैज्ञानिक शिक्षा की कमी है। नई शिक्षा प्रणाली युवाओं को पारिवारिक मूल्यों और रिश्तों के प्रति जागरूक करेगी।