सफीदों में 72 साल बाद पहली बार खिला कमल
रामकुमार तुसीर/निस
सफीदों, 8 अक्तूबर
भाजपा प्रत्याशी नारनौंद के पूर्व विधायक रामकुमार गौतम ने सफीदों सीट आज कांग्रेस के निवर्तमान विधायक सुभाष गांगोली, पूर्व विधायक जसवीर देशवाल व पूर्व मंत्री बचनसिंह आर्य को हराकर फतेह कर ली। उन्होंने कांग्रेस के सुभाष गांगोली को 4037 मतों से हराया। चुनाव में रामकुमार गौतम ने 58983 तथा कांग्रेस के सुभाष गांगोली ने 54946 मत लिए जबकि भाजपा की टिकट न मिलने से बतौर आजाद उम्मीदवार मैदान में उतरे पूर्व विधायक जसवीर देशवाल को 20114 व पूर्व मंत्री बचनसिंह आर्य को 8807 मत नसीब हुए। कुल 17 उम्मीदवारों में शेष सभी उम्मीदवारों की मत संख्या 1000 से नीचे रही।
सफीदों विधानसभा क्षेत्र के 72 वर्ष के राजनीतिक इतिहास में भाजपा ने पहली बार यहां से जीत हासिल की है। इस हलके में ब्राह्मणों की अच्छी मत संख्या होने के बावजूद इस बार चुने गए रामकुमार गौतम तीसरी बार चुने गए दूसरे ब्राह्मण हैं। इससे पहले यहां के वैद श्रीकृष्ण दो बार चुने गए। वर्ष 1957 के चुनाव में वह कांग्रेस टिकट पर चुने गए। वर्ष 1967 में फिर हरियाणा के पहले विधानसभा चुनाव में भी वह यहां से विधायक बने। तब से लेकर इस सीट को भाजपा नहीं जीत सकी।
इस बार विस चुनाव में जजपा के सुशील कुमार को 814, बीएसपी की पिंकी कुंडू को 822, आरपीआई (ए) के रिंकू धानिया को 299, आम आदमी पार्टी की निशा देशवाल को 193, तथा राइट टू रिकॉल पार्टी के राकेश कुमार को 94 मत मिले। आजाद गुरमीत को 298, आजाद विजयपाल को 224, आजाद सुयाग को 107, आजाद अजीत कुमार को 192, आजाद मोनू को 65, आजाद सुभाष सैनी को 74 व आजाद सुशील कुमार को 31 वोट मिले जबकि इस सीट पर 172 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
मतदाताओं को भा गए दादा के कड़वे बोल
मंचों पर अपने कड़वे बोल को लेकर चर्चित रहे रामकुमार गौतम में यहां के मतदाताओं को एक उम्मीदवार कम, बुजुर्ग ज्यादा नजर आया। यही वजह रही कि उनके विरोधी न तो ‘दादा’ के खिलाफ बाहरी उम्मीदवार के नारे से कुछ हासिल कर पाए और न ही उनके कड़वे बोल की वायरल की गई वीडियो क्लिप ही उनके किसी विरोधी के काम आई।