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हिमाचल में बारिश से अब तक 4 हजार करोड़ का नुकसान : सुक्खू

07:35 AM Jul 11, 2023 IST
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू सोमवार को हमीरपुर के नादौन में राज्य में बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए आयोजित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करते हुए। -निस

कपिल बस्सी/निस
हमीरपुर, 10 जुलाई
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को जिला हमीरपुर के नादौन से राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए आयोजित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की और सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण राज्य में अब तक 17 लोगों की मृत्यु हो गई है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में सड़कों, बिजली के ट्रांसफार्मरों व विद्युत उप-केंद्रों और जल आपूर्ति परियोजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। इस आपदा के कारण लोगों का जनजीवन व्यापक रूप से प्रभावित हुआ है और प्रारिम्भक अनुमान के अनुसार प्रदेश को लगभग 3000 से 4000 करोड़ रुपए तक का नुकसान आंका गया है। मुख्यमंत्री ने लगातार बारिश से हुए नुकसान का सटीक आकलन करने के लिए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में समिति की बैठक बुलाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी उपायुक्तों को आगामी 10 दिन तक सतर्क रहने और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने भूस्खलन और बाढ़ से हुई जान-माल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस विकट स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित बचाव अभियान शुरू किए गए और समय पर आपदा प्रबन्धन कर, कई अमूल्य जीवन बचाए गए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से राहत और बचाव कार्यों के लिए पंचायती राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों को शामिल करने के लिए कहा। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए ताकि लोगों को दैनिक जीवन में किसी भी असुविधा का सामना न करना पडे। उन्होंने विभिन्न जगहों पर फंसे हुए लोगों की सुविधा के लिए क्षतिग्रस्त पुलों के स्थान पर बेली ब्रिज के निर्माण के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम ठीक होने पर हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके लाहौल-स्पीति और कुल्लू जिलों में फंसे लगभग 300 पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को निकालने के प्रयास किए जायेंगे।

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मंडी में खतरे के निशान को पार कर चुकी ब्यास नदी का रौद्र रूप। -प्रेट्र

सीएम खुद कर रहे राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू राहत एवं बचाव कार्यों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं और प्रदेश तथा जिला प्रशासन के साथ निरन्तर सम्पर्क में हैं। रविवार देर सायं मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी उपायुक्तों से बात की और संबंधित जिलों में हुए नुकसान का जायजा लिया तथा प्रभावितों को तुरन्त मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने तड़के चार बजे तक विभिन्न स्थानों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव कार्यों पर नज़र बनाए रखी और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहे। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी रविवार देर शाम फोन पर बात की और भारी बारिश के कारण प्रदेश में फंसे हरियाणा के लोगों को सहायता उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मनोहर लाल खट्टर को आश्वस्त किया कि वह निजी तौर पर इस मामले को देखेंगे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को इस संबंध में तत्काल आवश्यक कदम उठाने के दिशा-निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने मंडी जिला के नगवाईं में फंसे छह लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए गए बचाव अभियान पर भी नज़र बनाए रखी। इन सभी छह लोगों को देर रात लगभग दो बजे सुरक्षित निकाल लिया गया। मुख्यमंत्री सुक्खू मनाली के आलू ग्राउंड में फंसे 29 लोगों और लाहौल स्थित चंद्रताल झील के पास फंसे लगभग दो सौ पर्यटकों के बारे में भी पल-पल की जानकारी लेते रहे। मनाली में फंसे 29 लोगों को सोमवार प्रात: आठ बजे सुरिक्षत निकाल लिया गया। मुख्यमंत्री ने चंद्रताल झील के पास फंसे पर्यटकों के लिए खाने-पीने की सामग्री, दवाएं और अन्य आवश्यक सामान भेजने के निर्देश दिए।
घंडल में बैली ब्रिज क्षतिग्रस्त
राजधानी शिमला को बिलासपुर, मंडी और धर्मशाला से जोड़ने वाली सड़क पर शिमला के निकट स्थित घण्डल बैली ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया है। ऐसे में प्रशासन ने जनसुरक्षा के दृष्टिगत एक वैकल्पिक यातायात योजना लागू की है, जिसमें केवल एकतरफा यातायात होगा। उपायुक्त द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि शिमला की ओर जा रहे भारी वाहनों को सोलह मील-धामी-मांदरी-बागीपुल, देव नगर-घनाहट्टी मार्ग पर चलाया जाएगा। हल्के वाहन ऊपरली झाखड़ी-सेदान-शक्राह-पक्की बावरी-घनाहट्टी होकर शिमला पहुंचेंगे। शिमला से बिलासपुर की ओर जा रहे भारी और हल्के वाहन घनाहट्टी-कंडा-पनेश-रुगड़ा-कोहबाग -रंगोल-शालाघाट-गलोग होकर चलेंगे।
एचआरटीसी के 1007 रूट बंद
हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि प्रदेश में भारी वर्षा और भूस्खलन के चलते राज्य पथ परिवहन निगम के 1007 रूटों पर बस सेवा बंद हो गई है। इसके अलावा सड़कें बंद हो जाने के कारण परिवहन निगम की 452 बसें भी विभिन्न स्थानों पर फंसी हुई हैं।
बंद रहेंगे कोर्ट, शिक्षण संस्थान
भारी वर्षा, बाढ़ व भूस्खलन से पैदा हुई विकट परिस्थितियों के दृष्टिगत हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट सहित सभी अधीनस्थ न्यायालयों में कल 11 जुलाई को भी अवकाश रहेगा। प्रदेश में सभी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थान भी 11 जुलाई को बंद रहेंगे।

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