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भगवान राम ने एक ही बाण से ताड़का का किया उद्धार

10:12 AM Oct 07, 2024 IST
सीवन में शनिवार रात को रामलीला के मंचन के दौरान श्री बाबा नारायण दास रंगमंच क्लब के कलाकारअपनी अभिनय कला का प्रदर्शन करते हुए। -निस

सिरसा, 6 अक्तूबर (हप्र)
श्री रामा क्लब चेरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित 75वें रामलीला महोत्सव के तहत विश्वामित्र का दशरथ के दरबार में आना, राक्षसों के संहार के लिए राम लक्ष्मण को वन में लेकर जाना, ताड़का वध तथा अहिल्या उद्धार के भावपूर्ण दृश्यों का मंचन किया गया। ताड़का वध को देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शक पहुंचे। रोमांच और हैरंतअंगेज करतब करते राक्षसों को देखकर जहां छोटे बच्चे सहम गए वहीं बड़े दर्शकों ने भी इस दृश्य को ध्यानपूर्वक देखा। बाद में भगवान राम ने एक ही बाण से राक्षसी ताड़का का उद्धार कर दिया। इसके पश्चात विलाप का दृश्य मंचित किया गया, जिसे देखकर दर्शक हंस हंस कर लोट पोट हो गए।रामलीला मंचन के तीसरे दिन एक के बाद एक सुंदर दृश्य मंचित किए गए। रामलीला के आरंभ में ऋषि विश्वामित्र वन में यज्ञ करते दिखाए गए जहां मारीच व अन्य राक्षस पहुंचकर उनके यज्ञ को भंग करते हैं। जिसके पश्चात विश्वामित्र राजा दशरथ के दरबार में आते हैं। वे राजा दशरथ से सहायता का वचन लेते हैं और ऋषि मुनियों की रक्षा के लिए राम लक्ष्मण को अपने साथ वन में ले जाने के लिए कहते हैं। राजा दशरथ पुत्र मोह में अपने दोनों बेटों के छोटे होने की बात कहते हैं और कहते हैं कि वे स्वयं युद्ध के लिए चलते हैं अथवा अपनी चतुर्रंगिनी सेना भेज देते हैं। इसके बाद ऋषि विश्वामित्र वहां से रूष्ट होकर खाली हाथ जाने लगते हैं तो राजा दशरथ राम व लक्ष्मण को वन में भेजने के लिए तैयार हो जाते हैं। वे अपने दोनों बेटे विश्वामित्र के साथ भेजते हैं। इस दृश्य में राम व लक्ष्मण के बाल अवस्था के एक के बाद एक तीन किरदार दिखाए गए। अलग-अलग उम्र के राम-लक्ष्मण देखकर दर्शक भक्ति भाव से सराबोर हो गए। वन में ऋषि विश्वामित्र राम लक्ष्मण को धुनर्विद्या सीखाते हैं और दिव्य अस्त्र शस्त्र देते हैं। राम लक्ष्मण जब वन में आते हैं तो वन में राक्षस मारीच की मां ताड़का आती दिखती है। ताड़का व राक्षसों के किरदार में कलाकारों ने दृश्य में रोमांच भर दिया। वन में तरह-तरह के राक्षस, डराने वाली आवाजें और साउंड व लाइट के सुदंर प्रयोग से दृश्य को बेहद डरावना बना गया था, जिसे देख हर कोई सहम गया। मंच पर जब ताड़का पहुंची तो राम लक्ष्मण के साथ उसका युद्ध हुआ, भगवान राम ने एक ही बाण मारकर ताड़का का उद्धार कर दिया।
नरवाना (निस) : पुरानी अनाज मंडी में श्रीराम भारतीय कला केंद्र के द्वारा रामलीला के मंचन के पांचवे दिन में कौशल्या महल, उर्मिला महल, कोप भवन, वन गमन व खेवट राम संवाद के दृश्य दिखाए गए। मुख्यातिथि के तौर पर एसएमओ डाम्.देवेंद्र बिंदलिश व इनकी पत्नी स्वाती बिंदलिश ने शिरकत की। इनके अलावा पूर्व नगर परिषद प्रधान सुरेश कुमार उर्फ पप्पू भी रामलीला देखने पहुंचे। रामलीला के पहले दृश्य कौशल्या महल में दिखाया गया कि भगवान राम अपनी माता से वनों में जाने के लिए आज्ञा लेने के लिए पहुंच जाते हैं। उसके बाद माता कौशल्या राम की इस बात को नहीं मानती। फिर दोबारा से आग्रह करते हैं। इसी बीच सीता को भी वहां पर बुला लिया जाता है। यहां भगवान राम व सीता संवाद में सीता भी राम के साथ वनों में जाने के लिए जिद्द करती है। लक्ष्मण भी क्रोधित होते हुए वनों में जाने के लिए कहते हैं। इसके बाद राम लक्ष्मण आकर माता कैकयी से मिलकर वनवासी वस्त्र ग्रहण कर वनों की तरफ निकल पड़ते हैं।
समालखा (निस) : श्री आदर्श मित्र ड्रामाटिक क्लब के मंच पर ताड़का वध और सीता स्वयंवर तक की लीला का मंचन किया गया। काठ मंडी स्थित अग्रवाल धर्मशाला के प्रांगण में जा रही रामलीला में सीता स्वयंवर देखने दर्शकों की भीड़ उमड़ी। भगवान राम जैसे ही शिव धनुष को तोड़ते है तो पूरा पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूंज जाता है। सीता द्वारा श्री राम के गले में वरमाला डालने के साथ ही लीला का समापन हुआ।

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सीवन सीता स्वयंवर का मंचन

सीवन (निस) : रामलीला मैदान में श्री बाबा नारायण दास रंगमंच क्लब की ओर से रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार रात को रामलीला में सीता स्वयंवर का मंचन किया गया। शनिवार की रामलीला का शुभारंभ कमलदीप सैनी ने किया। उन्होंने कहा कि रामलीला का आयोजन करना हमारी संस्कृति है। हमें अपनी संस्कृति को सहेज कर रखना चाहिए। लोग अब इस प्रकार के आयोजनों से दूर होते जा रहे है जोकि सही नहीं है। हमें प्रयास करके सभी लोगों को अपनी संस्कृति के साथ जोडऩा होगा। सीता स्वयंवर में रावण और बाणासुर संवाद ने खूब तालियां बटोरी। इसी के साथ गुरु की आज्ञा से राम ने शिव धनुष को तोडक़र स्वयं सीता स्वयंवर की शर्त पूरी की। प्रतिदिन रामलीला में दर्शकों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस अवसर पर रोहित गोल्डन, सोमदत्त शर्मा, दिनेश शर्मा, अमित सैनी, बलबीर सैनी, चेतन शर्मा, विनोद शर्मा व अन्य मौजूद थे।

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